India Canada Row: कनाडा को एक बार फिर भारत ने करारा जवाब दिया है। आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर आरोप लगाए थे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने गुरुवार को आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि कनाडा से 26 बार भारत ने आतंकियों और दूसरे वॉन्टेड लोगों को सौंपने की मांग की है। लेकिन 26 प्रत्यर्पण अनुरोध के बाद भी ये लोग खुलेआम घूम रहे हैं। कनाडा ने इनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया। उल्टा आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का झूठा दोष भारत पर मढ़ दिया। कनाडा से भारत ने सबूतों की डिमांड की थी। लेकिन कनाडा इस बाबत कोई सबूत भारत को नहीं दे पाया।
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कनाडा में भारत के कई बदमाश छिपे बैठे हैं। उन लोगों को कनाडा ने शह दी है। अधिकतर अपराधियों के खिलाफ आतंकी गतिविधियां चलाने के आरोप हैं। कनाडा से भारत मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में शामिल गुरजीत सिंह और गुरजिंदर सिंह की डिमांड कर चुकी है। लखवीर सिंह और अर्शदीप सिंह की डिमांड भारत की ओर से की गई है। लॉरेंस बिश्नोई के गैंग को वहीं से ऑपरेट किया जा रहा है। लेकिन कनाडा उसके साथियों की जानकारी दिए जाने के बाद भी एक्शन नहीं ले रहा। विदेश मंत्रालय के अनुसार जयशंकर की इस्लामाबाद यात्रा सिर्फ एससीओ की बैठक से जुड़ी थी। पाकिस्तान के साथ किसी और तरीके से बातचीत नहीं हुई।
No evidence provided by Canada: MEA Spox on Canada gov allegations on India link to Nijjar killing pic.twitter.com/YLStm9UMvY
---विज्ञापन---— Sidhant Sibal (@sidhant) October 17, 2024
अमेरिका-भारत कर रहे सहयोग
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना सुरक्षा कारणों से भारत आई हैं। वे अभी भी यहीं हैं। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि भारत ने कभी भी हरदीप सिंह निज्जर की डिमांड नहीं की थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कनाडा पर आरोप लगाया कि अलगाववादी संगठनों के खिलाफ कोई कार्रवाई न करके वहां भारत विरोधी गिरोहों को बढ़ावा दिया जा रहा है। वहीं, अमेरिका में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के होने के संदर्भ में विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह अलग मामला है। अमेरिका में भारत की हाई लेवल टीम गई हुई है। दोनों देश एक-दूसरे का सहयोग कर रहे हैं। वहीं, कनाडा और निज्जर प्रकरण इससे अलग है।
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