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ताबड़तोड़ फायरिंग, 145 मौतें और…आज के दिन ही 12 महीने पहले रूस में हुआ था भीषण नरसंहार

ताबड़तोड़ फायरिंग और बमबारी करके 4 आतंकियों ने 145 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। आज उस भीषण नरसंहार को एक साल हो गया है, लेकिन आज तक पीड़ितों के जख्म नहीं भरे। आज भी लोग उस खौफनाक मंजर को भुला नहीं पाए हैं। आइए जानते हैं कि आज से एक साल पहले क्या हुआ था?

Author Edited By : Khushbu Goyal Mar 22, 2025 05:45
Crocus City Hall Krasnogorsk Russia

आज के दिन का इतिहास उस भयानक घटनाक्रम से जुड़ा है, जिसमें भीषण नरसंहार हुआ था। हथियारों से लैस 4 आतंकियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग और बमबारी करके 145 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था। हमले में 500 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। यह जानलेवा हमला 22 मार्च 2024 को रूस की राजधानी मॉस्को में एक कॉन्सर्ट हॉल में हुआ था। इस हमले के शोक में 24 मार्च 2024 को राष्ट्रीय शोक दिवस भी घोषित किया गया था। पुलिस ने 12 लोगों को हिरासत में लिया था, जिनमें 4 संदिग्ध शामिल थे, जिन पर आतंकवाद फैलाने का आरोप लगाया गया और केस आज तक चल रहा है।

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के 5वें कार्यकाल के शुरुआती दिनों में ही बंदूकधारी आतंकियों ने देश की राजधानी मॉस्को को दहला दिया था। इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट समूह-खोरासान प्रांत (ISIS-K) ने ली थी और अमाक न्यूज एजेंसी के माध्यम से एक बयान जारी करके दावा किया था कि उसके 4 सदस्यों ने इस आतंकी हमले को अंजाम दिया है। हमलावरों ने गोलीबारी करते हुए का वीडियो भी बनाया था। आज उस नरसंहार की पहली बरसी है, जिसके जख्म आज तक भरे नहीं हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उस भयानक हमले को बर्बर आतंकवादी कृत्य कहा था।

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करीब 6000 लोगों पर हुआ था आतंकी हमला

इतिहास में दर्ज रिकॉर्ड के अनुसार, 22 मार्च 2024 दिन शुक्रवार को मास्को के बाहरी इलाके में बने क्रोकस सिटी हॉल में रॉक बैंड ग्रुप पिकनिक का लाइव इवेंट होना था। इस इवेट में 6000 से ज्यादा लोग आए थे। अचानक शो के बीच में 4 बंदूकधारियों ने हॉल में घुसकर फायरिंग शुरू कर दी है। चारों हमलावर सेना की वर्दी में थे। उनके पास AK कैटेगरी की असॉल्ट राइफल्स थीं। चाकू और पिस्टल भी थे। पेट्रोल बम और आग भड़काने वाली चीजें थीं। किसी को गोली मारी तो किसी का गला काटा गया।

बमबारी से हॉल के कई कमरों की छतें ढह गई थीं। गोलीबारी और बमबारी में कम से कम 145 लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई। मारे गए और घायल हुए लोगों में से कई क्रास्नोगोर्स्क, खिमकी और मास्को के निकटवर्ती शहरों से आए थे। कोई गोली लगने से मरा तो किसी की मौत दम घुटने से हुई। रूसी बाल अधिकार आयुक्त मारिया ल्वोवा-बेलोवा की रिपोर्ट के अनुसार, हमले में 6 बच्चे भी मारे गए थे। 8 बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया था। हमले में मरने वाली सबसे बुजुर्ग महिला 88 साल की थी।

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मरने वालों में बेलारूस के 3 नागरिक, किर्गिस्तान के 2, मोल्दोवा, आर्मेनिया और अजरबैजान का एक-एक नागरिक शामिल था। पिकनिक के सदस्यों ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट करके बताया कि वे और उनकी टीम जिंदा और सुरक्षित हैं, लेकिन बैंड का सहायक निर्देशक मर्चेंडाइज़ हमले में मारा गया था।

चारों आतंकियों को हो सकती है उम्रकैद

जिन 4 आतंकियों ने नरसंहार किया था, वे बचकर भागने में सफल रहे। हमलावर एक सफेद रेनॉल्ट कार में भागे थे। पुलिस ने मॉस्को से लगभग 340 किलोमीटर (210 मील) दूर ब्रांस्क क्षेत्र में एक कार को रोकने की कोशिश की, लेकिन भागने की कोशिश में गोली लगने से 2 लोग घायल हुए, जिनको गिरफ्तार करने में सफलता मिली, जबकि अन्य भाग गए।

गोलीबारी होने की पहली रिपोर्ट के लगभग 14 घंटे बाद रूस की संघीय सुरक्षा सेवा (FSB) ने घोषणा की कि 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 24 मार्च 2024 को 4 संदिग्धों डालेर्दजोन मिर्जोयेव, सैदाक्रमी मुरोडाली राचाबलिजोदा, शम्सिदिन फरीदुनी और मुहम्मदसोबिर फैज़ोव को कोर्ट में पेश किया गया। सभी पर आतंकवादी हमला करने का आरोप लगाया गया और संभवतः उन्हें आजीवन कारावास की सजा हो सकती है। यह चारों मूलतः ताजिकिस्तान के रहने वाले हैं।

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Edited By

Khushbu Goyal

First published on: Mar 22, 2025 05:45 AM

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