Congress leader Sushil Kumar Shinde announced politics retirement: (राहुल) महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री होने के साथ ही महाराष्ट्र कांग्रेस के कद्दावर नेता कहे जाने वाले सुशील कुमार शिंदे ने अब सक्रिय राजनीति से सन्यास लेने का फैसला लिया है। बुधवार को शिंदे ने महाराष्ट्र के सोलापुर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बात करते हुए सक्रिय राजनीति से सन्यास लेने का ऐलान किया है। इसके साथ ही उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में बेटी के चुनावी माहौल में साथ रहने के भी संकेत दिए हैं।
जहां जरूरत होगी वहां मौजूद रहूंगा :शिंदे
आपको बताते चलें कि शिंदे ने सन्यास का ऐलान करते वक्त अपनी विरासत सोलापुर सिटी सेंट्रल विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रह चुकी अपनी बेटी प्रणीति शिंदे को सौंप दी है। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में मेरी बेटी प्रणिती शिंदे चुनाव लड़ेगी। उनके सहयोग के लिए मेरी जहां जरूरत होगी मैं वहां मौजूद रहूंगा’।
पहले भी कर चुके हैं सन्यास का ऐलान
आपको बता दें कि शिंदे की ओर से राजनीति से सन्यास लेने के ऐलान वाली बात कोई नई नहीं है। इससे कुछ वर्ष पहले भी उन्होंने राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान किया था और अपनी बेटी प्रणिती शिंदे के लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी। आपको बताते चलें कि इससे पहले बीते मंगलवार को केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बड़े बेटे व पूर्व सांसद नीलेश राणे ने भी ट्वीट करते हुए अपनी सक्रिय राजनीति से सन्यास लेने का ऐलान किया था।
सीएम से लेकर गृहमंत्री तक का सफर तय करने वालों में से चुनिंदे नेता हैं शिंदे
बता दें कि सुशील कुमार शिंदे उन चुनिंदा नेताओं में गिने जाते हैं, जिन्होंने एक राज्य के सीएम से लेकर गृहमंत्री तक का सफर तय किया है। इसके साथ ही शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने के अलावा सोलापुर सीट से तीन बार सांसद भी चुने गए हैं। साल 2012 की बात है, जब पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के वित्त मंत्री के पद से इस्तीफा देने और राष्ट्रपति बनने के बाद पी चिदबंरम को वित्त मंत्री बनाया गया था। उस दौरान मनमोहन सिंह की सरकार में ऊर्जा मंत्री रहे शिंदे को केंद्रीय गृहमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।