Finland NATO: फिनलैंड के उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (NATO) में शामिल होने का रास्ता साफ हो गया है। सोमवार को नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि फिनलैंड 4 अप्रैल को नाटो का पूर्ण सदस्य बन जाएगा। वह 31वां सदस्य होगा।
नाटो में पहली बार फहराएगा फिनिश झंडा
स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक दिन है। कल मंगलवार को हम नाटो के 31वें सदस्य के रूप में फिनलैंड का स्वागत करेंगे। नाटो मुख्यालय में पहली बार फिनिश झंडा फहराया जाएगा।
तुर्की के समर्थन के बाद फिनलैंड नाटो में पहुंचा
जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने बताया कि 2022 में फिनलैंड ने स्वीडन के साथ नाटो का सदस्य बनने के लिए आवेदन किया था। उस पर तुर्की ने फिनलैंड की सदस्यता पर वीटो कर दिया था। बाद में हरी झंडी दी थी।
उन्होंने कहा कि मंगलवार को नाटो रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध पर चर्चा करेगा। इसमें यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा भी शामिल होंगे।
This is an historic week. Tomorrow we will welcome #Finland 🇫🇮 as the 31st member of #NATO, making Finland safer & NATO stronger. pic.twitter.com/DEt2w9clUj
— Jens Stoltenberg (@jensstoltenberg) April 3, 2023
दुनिया का सबसे बड़ा सैन्य संगठन नाटो
नाटो का पूरा नाम नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन (North Atlantic Treaty Organization) है। इसे हिंदी में इसे उत्तर अटलांटिक संधि संगठन या अटलांटिक अलायंस भी कहते हैं। यह दुनिया का सबसे बड़ा सैन्य संगठन है। इसकी शुरुआत दूसरे विश्व युद्ध के दौरान 4 अप्रैल 1949 को हुई थी।
बता दें कि भारत अभी नाटो में शामिल नहीं है। बीते शुक्रवार को अमेरिकी राजदूत जूलियन स्मिथ ने कहा कि अगर भारत इसे आगे बढ़ाने में रुचि लेता है तो नाटो और अधिक सहयोग के लिए तैयार है। अमेरिकी राजदूत का यह बयान नाटो के भारत के प्रति नरम रुख को देखते हुए आया है।
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