पेट्रोल और डीजल जैसे पारंपरिक फ्यूल पर निर्भरता खत्म करने और प्रदूषण के स्तर को कम करने की मुहिम में इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) को बहुत प्रभावी माना जा रहा है। लेकिन, इनमें सबसे बड़ी समस्या बैटरी की रही है जिसकी वजह से लंबी दूरी की यात्रा में ये गाड़ियां सक्सेसफुल नहीं हो पाती हैं। लेकिन, जल्द ही यह तस्वीर बदली नजर आ सकती है। ब्रिटेन के एक स्टार्टअप ने एक ऐसी बैटरी बनाई है जो ईवी वाहनों की इंडस्ट्री में नई क्रांति ला सकती है।
न्योबोल्ट (Nyobolt) नाम का यह ब्रिटिश स्टार्टअप बैटरीज पर ही फोकस करता है। इसकी नई खोज इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बैटरी को चार्ज करने में लगने वाले लंबे समय को बीते समय की बात बना सकती है। इस स्टार्टअप का हेडक्वार्टर कैंब्रिज में है। इसने हाल ही में अपनी 35kWh लिथियम आयन बैटरी को लेकर सुर्खियों में जगह बनाई थी। इस बैटरी के पहले लाइव डेमंस्ट्रेशन में यह 10 से 80 प्रतिशत तक केवल 4 मिनट 30 सेकंड में चार्ज हो गई थी।
New electric car battery charges in just 4.5 minutes: Nyobolt’s new battery charges from 10% to 80% in just over four minutes. It reduces the usual charging times and nears the speed of refueling. https://t.co/zuZo32JD3V #EarthDotCom #EarthSnap #Earth pic.twitter.com/b0HEL8rqZs
— Earth.com (@EarthDotCom) July 8, 2024
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अभी टेस्ला कितनी देर में होती है चार्ज?
अभी तक सबसे शानदार इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला की कार फास्ट चार्जर से फुल चार्ज होने में करीब 20 मिनट का समय लेती है। अब इस स्टार्टअप का टारगेट इस बैटरी को इस तरह से डेवलप करने की है जिससे यह 2 मिनट के अंदर फुल चार्ज हो जाए। खास बात यह है कि इस स्टार्टअप के सीईओ साई शिवारेड्डी भारतीय मूल के हैं। उन्होंने कहा कि हमारी रिसर्च ने नई बैटरी टेक्नोलॉजी अनलॉक की है। हम इस पर और काम कर रहे हैं।
EV charging
🦜”Nyobolt, a Cambridge-based company, has developed a compact battery that could give electric vehicles extraordinary recharging capabilities”
💡In trial, their 35kWh battery pack recharges from 10% to 80% in <5min https://t.co/soWqXB97Yt— Sunny Yun He (@SunnyYunHe) July 10, 2024
बैटरी में आग लगने का खतरा भी कम!
बता दें कि यह अनोखी टेक्नोलॉजी रातोंरात विकसित नहीं हुई है। इसे साकार स्वरूप देने में दशकों का रिसर्च लगा है। इसका अनोखा डिजाइन चार्जिंग के दौरान हीट जेनरकेशन को कम से कम करता है। इससे ओवरहीटिंग का खतरा काफी कम हो जाता है जिसकी वजह से बैटरी में आग लगने या धमाका होने की घटनाएं सामने आती हैं। नेटोबोल्ट की इस बैटरी को टेस्ला के सुपरचार्जर से भी चार्ज किया जा सकता है। ये बैटरी ईवी इंडस्ट्री में क्रांति ला सकती है।
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