Earthquake Prediction Dutch Scientist Frank Hoogerbeets: क्या मौसम की तरह भूकंप की भी भविष्यवाणी की जा सकती है। ये सवाल इसलिए, क्योंकि नीदरलैंड में सोलर सिस्टम ज्योमेट्री सर्वे (SSGEOS) के डच साइंटिस्ट फ्रैंक हूगरबीट्स फरवरी में उस वक्त सुर्खियों में आए जब उन्होंने तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप की कुछ दिन पहले ही ‘भविष्यवाणी’ कर दी थी।
डच साइंटिस्ट एक बार फिर खबरों में हैं क्योंकि उन्होंने पाकिस्तान के आसपास भूकंप आने का अनुमान लगाया था, लेकिन उनकी भविष्यवाणी इस बार सटीक नहीं रही। एक दिन पहले दो दिन पहले मंगलवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे, जिसका केंद्र नेपाल था। भूकंप के झटके पूरे उत्तर भारत में महसूस किए गए थे।
भूकंप की भविष्यवाणी को लेकर हूगरबीट्स क्या कहते हैं?
इस सवाल का जवाब खुद डच साइंटिस्ट हूगरबीट्स देते हैं। उन्होंने कहा था कि संभावित भूकंप की भविष्यवाणियों के बारे में निष्कर्ष पर पहुंचना उचित नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि हां, भूकंप के बाद अगले झटके के बारे में संकेत दिया जा सकता है, जैसा कि मोरक्को के मामले में था, लेकिन हम निश्चित तौर पर नहीं कह सकते कि ऐसा ही होगा।
उन्होंने कहा कि दुख की बात है कि कई लोग उन्हें भूकंप विज्ञान का भविष्यवक्ता मानते हैं। वैज्ञानिक समुदाय भी इससे आश्चर्यचकित है कि लोग उनकी भविष्यवाणी को सीरियसली लेते हैं और उनकी भविष्यवाणी ग्लोबल लेबल पर चर्चा का विषय बन जाती है।
कैसे चर्चा में आए थे फ्रैंक हूगरबीट्स?
फ्रैंक हूगरबीट्स का नाम पहली बार फरवरी में में अचानक सामने आया था। उस वक्त उन्होंने भूकंप को लेकर भविष्यवाणी की थी। उस दौरान संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) हूगरबीट्स की भविष्यवाणी को खारिज कर दिया था। USGS की ओर से कहा गया था कि न तो हमने और न ही किसी अन्य वैज्ञानिक ने कभी भूकंप की भविष्यवाणी की है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, जब कोई भूकंप की भविष्यवाणी के बारे में बात करता है तो तीन मापदंडों के बारे में सटीक जानकारी होनी चाहिए। पहला- भूकंप कब आएगा, दूसरा- कहां आएगा और तीसरा- उसकी तीव्रता क्या होगी?