अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की है. इस मुलाक़ात के बाद ट्रंप ने एक बार फिर से भारत को लेकर बड़ा दावा कर दिया है. ट्रंप ने कहा कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा. यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ व्हाइट हाउस में बैठक के दौरान ट्रंप ने उन्हें भरोसा दिलाते हुए कहा कि भारत ने पहले ही रूस से तेल खरीद कम कर दी है.
जेलेंस्की से मुलाकात के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि भारत रूस से तेल नहीं खरीदेगा. उन्होंने पहले ही तनाव कम कर दिया है. ट्रंप पहले भी कई बार कह चुके हैं कि यदि नाटो देश रूस से तेल खरीदना बंद कर दें तो वे कूटनीति और टैरिफ के ज़रिए युद्ध को खत्म कर सकते हैं.
हालांकि जब नाटो देश हंगरी को लेकर चर्चा शुरू हुई तो ट्रंप का रुख बदल गया. हंगरी बड़े पैमाने पर रूसी कच्चे तेल का आयात करता है. हंगरी को लेकर ट्रंप ने कहा कि हंगरी एक तरह से फंस गया है क्योंकि उनके पास एक ही पाइपलाइन है जो सालों से वहां है. उनके पास समुद्र भी नहीं है. उनके लिए तेल प्राप्त करना बहुत मुश्किल है. मैं इसे समझता हूं.
डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी कहा कि हाल ही में मैंने हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ऑर्बन से बात की थी और उन्हें बहुत महान नेता बताया था. उन्होंने बताया कि तब मैंने कहा था कि आने वाले कुछ दिनों में वह बुडापेस्ट में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने की योजना बना रहे हैं.
इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि भारत अब रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा. ट्रंप का कहना था कि इससे रूस अलग-थलग पड़ जाएगा और युद्ध खत्म करने के लिए राज़ी हो जाएगा. हालांकि ट्रंप का यह दावा कितना सही है, इस पर सवाल उठ रहे हैं.
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इसके साथ ही डोनाल्ड ट्रंप ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि पुतिन के साथ उनकी आगामी शिखर वार्ता में रूसी नेता और जेलेंस्की के बीच आमने-सामने की बैठक होने की संभावना नहीं है.. यूक्रेनी राष्ट्रपति ने टॉमहॉक मिसाइलों की मांग की, इस पर ट्रंप ने कहा कि वे टॉमहॉक्स के विषय पर चर्चा करेंगे, लेकिन यह संघर्ष में एक बड़ी वृद्धि का प्रतिनिधित्व कर सकता है.