Jeffrey Epstein Case Impact: जेफरी एपस्टीन का विवाद ब्रिटेन के शाही परिवार तक पहुंच गया है. ब्रिटेन के राजा चार्ल्स ने अपने छोटे भाई एंड्रयू की ‘राजकुमार’ की उपाधि छीन ली है और उन्हें विंडसर हवेली खाली करने का आदेश भी दिया है. बकिंघम पैलेस की ओर से यह घोषणा की गई. वहीं किंग चार्ल्स ने यह फैसला 65 वर्षीय ड्यूक ऑफ यॉर्क के यौन अपराधी जेफरी एपस्टीन के साथ संबंधों की नए सिरे से सार्वजनिक जांच होने के बीच और वर्जीनिया गिफ्रे के मरने के बाद उनके संस्मरण नोबडीज गर्ल के लॉन्च होने के बाद लिया गया.
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गिफ्रे ने एंड्रयू पर लगाए थे यौन शोषण के आरोप
41 साल की वर्जीनिया गिफ्रे ने अप्रैल 2025 में सुसाइड कर ली थी और गिफ्रे ने एंड्रयू पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे, लेकिन एंड्रयू ने आरोपों से इनकार किया. हालांकि आरोप साबित नहीं हुए और जांच जारी थी, लेकिन इस बीच गिफ्रे ने सुसाइड कर लिया और अपने संस्मरण में गिफ्रे ने यौन शोषण की कहानी बयां की है, जिससे शाही परिवार की इमेज खराब हुई. बकिंघम पैलेस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि महामहिम राजा चार्ल्स ने प्रिंस एंड्रयू को दिए गए सभी सम्मान छीन लिए हैं. अब वे प्रिंस एंड्रयू नहीं, बल्कि अब एंड्रयू माउंटबेटन विंडसर के नाम से जाने जाएंगे.
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बेटियों की राजकुमारी की उपाधि कायम रहेगी
बता दें कि एंड्रयू की बेटियों राजकुमारी बीट्राइस और राजकुमारी यूजनी की शाही उपाधियां बरकरार रहेंगी, क्योंकि वे उपाधियों उन्हें राजा जॉर्ज पंचम द्वारा स्थापित 1917 के नियमों के अनुसार दी गई हैं, जो सभी बच्चों को एक समान अधिकार और सम्मान प्रदान करती हैं. दरअसल, जेफरी एपस्टीन केस में नाम आने से शाही परिवार को आलोचनाएं झेलनी पड़ रही थीं, इसलिए इस महीने की शुरुआत में प्रिंस एंड्रयू ने अपनी उपाधियां और नियम के अनुसार मिले सम्मान छोड़ने की पेशकश की थी, लेकिन उनका यह कदम एपस्टीन के साथ उनके संबंधों को लेकर उठ रहे सवालों को बंद नहीं कर सका. 2019 में शाही परिवार के प्रति अपने कर्तव्यों से मुक्त होने के बावजूद अपनी जीवनशैली को लेकर भी सवालों के घेरे में रहे.


 
 










