Pakistan Bomb Blast: 6 सितंबर 2025 को पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के बाजौर जिले के खार तहसील में स्थित कोहसर (कौसर) क्रिकेट मैदान पर एक स्थानीय क्रिकेट मैच के दौरान हुए बम विस्फोट ने इलाके में दहशत फैला दी। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जिसकी पहचान फजलुल्लाह के रूप में हुई, और कई अन्य लोग घायल हुए, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है।
मैच के दौरान हुआ विस्फोट
यह विस्फोट शनिवार दोपहर को तब हुआ, जब कोहसर क्रिकेट मैदान पर स्थानीय खिलाड़ी और दर्शक क्रिकेट मैच में व्यस्त थे। बाजौर जिला पुलिस अधिकारी वकास रफीक ने पुष्टि की कि यह एक लक्षित हमला था, जिसमें एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) का उपयोग किया गया। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि इसकी आवाज दूर-दूर तक सुनाई दी, जिससे मैदान में मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई। कई खिलाड़ी और दर्शक, जिनमें बच्चे भी शामिल थे, डर के मारे मैदान छोड़कर भाग गए।
पुलिस के अनुसार, विस्फोट में फजलुल्लाह नामक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक बच्चे सहित कई अन्य लोग घायल हुए। घायलों को तुरंत खार के जिला मुख्यालय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी स्थिति की निगरानी की जा रही है।
घटनास्थल पर भारी सुरक्षाबल मौजूद
विस्फोट के तुरंत बाद, सुरक्षा बलों ने घटनास्थल पर पहुंचकर इलाके की घेराबंदी कर दी है। पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने विस्फोटक डिवाइस की प्रकृति और स्रोत की जांच शुरू की है। प्रारंभिक जांच में यह पुष्टि हुई कि विस्फोट के लिए मैदान में पहले से लगाए गए विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। सुरक्षा बलों ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया और अतिरिक्त साक्ष्य जुटाने के लिए जांच को तेज कर दिया।
किसी समूह ने नहीं ली जिम्मेदारी
अभी तक किसी भी संगठन या समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। बाजौर जिला, जो अफगानिस्तान की सीमा से सटा हुआ है, पहले भी आतंकी हमलों का शिकार रहा है। यह क्षेत्र तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) जैसे प्रतिबंधित संगठनों की गतिविधियों के लिए जाना जाता है। हाल ही में, स्थानीय सलारजई कबीलों के एक जिरगे ने आतंकियों और उनके समर्थकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी थी, जिसमें आतंकियों की मदद करने वालों के घरों को ध्वस्त करने और 50 लाख रुपये के जुर्माने की बात कही गई थी।
अफगानिस्तान से सटा हुआ है इलाका
बाजौर, खैबर-पख्तूनख्वा के सात आदिवासी जिलों में से एक है और यह अफगानिस्तान के कुनार प्रांत से सटा हुआ है। इस क्षेत्र में सुरक्षा बलों, सरकारी अधिकारियों, और शांति समितियों के सदस्यों पर हमले आम रहे हैं। हाल के महीनों में, सुरक्षा बलों ने TTP के खिलाफ लक्षित अभियान चलाए हैं, लेकिन स्थानीय जिरगों के साथ बातचीत बेनतीजा रही है। इस घटना ने क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों को फिर से उजागर किया है।
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