Kabul Bomb Blast: अफगानिस्तान के काबुल में तीन दिनों के अंदर एक बार फिर बड़ा आत्मघाती हमला हुआ है। घटना शहीद मजारी रोड पर पुल-ए-सुखता इलाके के पास की है। यहां सोमवार को एक आत्मघाती बम विस्फोट में कम से कम 53 लोग मारे गए थे। मारे गए 53 लोगों में 46 लड़कियां और महिलाएं थीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना दोपहर करीब दो बजे की है।
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काबुल के स्कूल में हुआ बम धमाका।
---विज्ञापन---◆ धमाके में मरने वालों की संख्या 53 हुई।
◆ 53 में से 46 लड़कियां और महिलाएं हैं। #KabulAttack #Afghanistan pic.twitter.com/iQyUpGw5VF
— News24 (@news24tvchannel) October 3, 2022
बता दें कि तीन दिन पहले 30 सितंबर को भी काबुल में एक शैक्षणिक संस्थान में आत्मघाती बम विस्फोट हुआ था जिसमें करीब 100 बच्चों की मौत हो गई थी। धमाका तब हुआ था जब राजधानी के एक शिया इलाके में स्थित एक स्कूल में बच्चे एग्जाम दे रहे थे।
सोमवार को काबुल में धमाके की खबर ऐसे समय आई है, जब संयुक्त राष्ट्र मिशन ने आज कहा कि काज एजुकेशनल सेंटर में हुए एक आत्मघाती बम विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 43 हो गई है। हजारा के पड़ोस में शुक्रवार को हुए कॉलेज बम विस्फोट में हताहतों की संख्या और बढ़ सकती है।
संयुक्त राष्ट्र मिशन ने ट्वीट कर कहा कि अफगान राजधानी के हजारा इलाके में शुक्रवार को कॉलेज में हुए बम विस्फोट से मृतकों की संख्या में वृद्धि जारी है। 43 लोग मारे गए। 83 घायल हुए। मुख्य शिकार लड़कियां और युवतियां हैं। हताहतों की संख्या और बढ़ने की संभावना है।
कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि हमले में संस्थान के लगभग 100 छात्र मारे गए हैं, हालांकि, UNAMA ने कहा कि काबुल में उसकी मानवाधिकार टीमें हमले का सटीक आंकड़ा जुटा रही हैं।
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उधर, शनिवार को अल्पसंख्यक हजारा समुदाय की दर्जनों महिलाओं ने काबुल में काज एजुकेशनल सेंटर पर हुए आतंकी हमले के विरोध में प्रदर्शन किया। पझवोक अफगान न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, काले कपड़े पहने महिला प्रदर्शनकारियों ने अल्पसंख्यकों के नरसंहार के खिलाफ नारे लगाए और अपने अधिकारों की मांग की।
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