Kanya Pujan 2025: शारदीय नवरात्रि के व्रत का पारण कन्या पूजन करने के बाद ही होता है. कन्या पूजन के दौरान 7 से 11 कन्याओं को घर बुलाया जाता है और उन्हें आदरपूर्वक भोजन कराया जाता है. हालांकि, कन्याओं के साथ एक बालक होना भी जरूरी होता है. बालक को लंगूर कहा जाता है, जिसकी पूजा बटुक भैरव के रूप में की जाती है. साल 2025 में 30 सितंबर को नवरात्रि की अष्टमी की पूजा हो गई है, जिसके बाद अब 1 अक्टूबर को नवमी की पूजा होगी. इन दोनों ही दिन कन्या पूजन करना शुभ रहता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, कन्या पूजन के दौरान कन्याओं और बालक को गिफ्ट देकर ही विदा किया जाता है. हालांकि, यदि व्यक्ति कुछ विशेष चीजों को गिफ्ट के तौर पर देता है तो उसे अपनी कई परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है. जैसे कि जिन लोगों की शादी नहीं हो रही है, उन्हें कन्या पूजन के दौरान 5 साल की कन्या को खाना खिलाना चाहिए. साथ ही उन्हें पूरी श्रृंगान सामग्री भेंट करें. इस उपाय से आपकी शादी की राह में आ रही बाधा दूर हो सकती है.
वहीं, पैसों की कमी से छुटकारा पाने के लिए 4 साल की कन्याओं को भोजन कराना चाहिए और उन्हें खीर व पीले रंग के रेशमी कपड़े देने चाहिए. यदि आप विरोधियों से छुटकारा पाने के उपाय के बारे में जानना चाहते हैं तो उसके लिए ऊपर दिए गए वीडियो को देख सकते हैं.
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है. News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है.