Ketu Gochar 2024: केतु को मोक्ष का कारक ग्रह माना जाता है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब कुंडली में अशुभ स्थान पर केतु ग्रह विराजमान होता है, तो इसके कारण व्यक्ति को विभिन्न परेशानियों का सामना करना पड़ता है। व्यक्ति के मन में नकारात्मक विचार आने लगते हैं। मानसिक तनाव रहता है और पेट दर्द की समस्या होने की संभावना भी बनी रहती है। इसके अलावा केतु के कमजोर होने से व्यक्ति की लोगों से लड़ाई बहुत होती है। उनके दोस्त भी उनके विरोधी बन जाते हैं। ऐसे में उन्हें अपने विरोधियों से सावधान रहने की जरूरत होती है, नहीं तो उनके कारण करियर और कारोबार में धन हानि होने की पूरी संभावना बनी रहती है।
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस समय 12 में से किसी एक राशि के लोगों की कुंडली में केतु 10वें भाव में विराजमान है, जिसके कारण उन्हें आने वाले दिनों में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। खासतौर पर 22 अगस्त के बाद विरोधियों से सावधान रहना होगा, नहीं तो बड़ा घाटा हो सकता है। यदि आप भी जानना चाहते हैं वो कौन-सी एक राशि है, तो इसके लिए ये वीडियो जरूर देखें।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।