फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) किसी भी आम नागरिक के लिए निवेश करने का सबसे सुरक्षित तरीका है। एफडी उसे कहा जाता है जब आप एक साथ बहुत सारा पैसा निवेश करते हैं और वह लंबे समय तक के लिए फिक्स हो जाता है। इसके लिए आपको बैंक में अपना FD अकाउंट खोलकर उसमें एक राशि तय अवधि के लिए रखनी होती है। इस दौरान आपको ब्याज मिलता है, ये ब्याज अलग-अलग बैंकों के अनुसार अलग-अलग हो सकता है।
वहीं, सामान्य रूप से बात करें तो इसकी ब्याज दरें 2.50 प्रतिशत से 9 प्रतिशत प्रति वर्ष तक हो सकती हैं। FD पर मिलने वाला ब्याज सेविंग अकाउंट से ज्यादा होता है। बता दें कि एफडी अकाउंट में जमा राशि और ब्याज दर पूरी अवधि के लिए एक जैसी रहती है। FD की सुविधा नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों के साथ-साथ सभी बैंकों, कमर्शियल और छोटे फाइनेंस बैंकों में भी मौजूद होती है। हाल ही में इसकी ब्याज दर में कुछ बदलाव भी हुए हैं। आइए जानते हैं इसे लेकर क्या बदलाव हुए हैं?
RBI का फैसला
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा जब रेपो रेट कम किए गए तो देश भर के कई बैंकों ने एफडी ब्याज दरों में कटौती करनी शुरू कर दी। कहा जा रहा है कि प्राइवेट सेक्टर के एचडीएफसी बैंक ने कुछ अवधि वाली एफडी ब्याज दरों में कटौती की है। एचडीएफसी बैंक ने ब्याज दरों में 0.20 प्रतिशत का बदलाव किया है। वहीं, बड़े प्राइवेट बैंक ने 3 करोड़ रुपये से कम की एफडी के लिए ये बदलाव किया। बैंक की नई ब्याज दरें 23 मई, 2025 से लागू हो चुकी हैं। इससे पहले, एचडीएफसी बैंक ने अप्रैल, 2025 में भी एफडी दरों में 50 बेसिस पॉइंट्स में बदलाव किए।
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एफडी पर मिलेगा कितना ब्याज?
एफडी के ब्याज दरों में बदलाव के बाद अगर आप एफडी अकाउंट खोलते हैं, तो एफडी पर 3 प्रतिशत से 6.85 प्रतिशत तक का ब्याज दिया जाएगा। वहीं, वरिष्ठ नागरिकों को 3.5 प्रतिशत से लेकर 7.35 प्रतिशत तक का ब्याज मिलेगा। बता दें कि एचडीएफसी बैंक ने सभी अवधि की एफडी पर ब्याज दरों में कटौती नहीं की है। ये कटौती सिर्फ कुछ खास अवधि वाली एफडी के लिए लागू की गई है।
किस एफडी ब्याज दर में हुआ बदलाव?
बता दें कि एचडीएफसी बैंक ने 1 से ज्यादा और 15 महीने की कम अवधि वाली एफडी ब्याज दर को लेकर बदलाव किया है। इसमें बदलाव करते हुए सामान्य नागरिकों को दिए जाने वाले ब्याज में 0.10 प्रतिशत की कटौती की जाएगी। अब इस अवधि वाली एफडी पर लोगों को 6.50 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा, जो पहले 6.60 प्रतिशत था। वहीं, 18 महीने से लेकर 21 महीने से कम अवधि वाली FD के लिए ब्याज दर में 0.20 प्रतिशत की कटौती की गई है।
केनरा बैंक ने किया FD ब्याज दर में बदलाव
वहीं केनरा बैंक ने भी फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरों पर कटौती की है। नई ब्याज दर के अनुसार, बैंक अब 1 साल के लिए FD पर 6.85 प्रतिशत ब्याज देगा वहीं 5 साल के लिए FD पर 6.70 प्रतिशत ब्याज देगा। इसके साथ ही बैंक 444 दिन की FD पर 7.00 प्रतिशत ब्याज ऑफर दे रहा है। वहीं, वरिष्ठ नागरिकों को बैंक 7.50 प्रतिशत तक का ब्याज मिल रहा है।
ब्याज दरों में बदलाव के क्या हैं कारण?
मौद्रिक नीति- RBI द्वारा रेपो रेट में कटौती से बैंकों की उधारी लागत कम होती है, जिससे वे FD पर ब्याज दरें घटाते हैं।
बाजार में तरलता- बाजार में अधिक तरलता होने पर बैंकों को जमा राशि की जरूरत कम होती है, जिससे वे ब्याज दरें कम करते हैं।
कर्ज की मांग- यदि कर्ज की मांग कम होती है, तो बैंकों को अतिरिक्त जमा की जरूरत नहीं होती, जिससे वे FD ब्याज दरों में कटौती करते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
लंबी अवधि के FD में निवेश- यदि आप उच्च ब्याज दरों का फायदा उठाना चाहते हैं, तो 31 मई 2025 से पहले लंबी अवधि के FD में निवेश करें।
FD लैडरिंग अपनाएं- अपने निवेश को कई अवधियों के FD में विभाजित करें ताकि ब्याज दरों में बदलाव के प्रभाव को बैलेंस किया जा सके।
RBI फ्लोटिंग रेट बांड पर विचार करें- यदि आप स्थिर और सरकारी-रिटर्न चाहते हैं, तो RBI के फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बांड पर विचार करें, जो वर्तमान में 8.05 प्रतिशत वार्षिक रिटर्न देता है।
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