पश्चिम बंगाल में इस समय विधानसभा सत्र चल रहा है। गुरुवार को विधानसभा में भारी हंगामा हुआ। बंगाली प्रवासियों पर हो रहे अत्याचारों पर टीएमसी सरकार एक प्रस्ताव लाई है, सदन में उसी पर चर्चा हो रही थी। बिल पर सीएम ममता बनर्जी भाषण देने जा रहीं थीं, तभी नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के निलंबन पर बीजेपी विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया।
विपक्ष (भाजपा) ने नारेबाजी शुरू की। नारेबाजी का टीएमसी विधायकों ने विरोध शुरू किया। इससे सदन की हालत बिगड़ गई। इसी बीच विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने अव्यवस्था फैलाने के आरोप में बीजेपी विधायक शंकर घोष को सस्पेंड कर दिया। इसके अलावा अग्निमित्रा पाल, मिहिर गोस्वामी, अशोक डिंडा और बंकिम घोष को भी सदन से निलंबित कर दिया गया।
मार्शलों ने घसीटकर निकाला
जब विधानसभा अध्यक्ष ने बीजेपी विधायक शंकर घोष को सस्पेंड कर दिया। लेकिन घोष ने बाहर जाने से मना कर दिया। इस पर अध्यक्ष ने मार्शलों को बुलाकर विधायक के सदन से बाहर निकालने का आदेश दिया। विधायक घोष तब भी नहीं माने तो मार्शल ने विधायक को घसीटते हुए सदन से बाहर निकाला। इस बीच बीजेपी विधायकों और मार्शलों की बीच काफी झड़प भी हुई।
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BJP विधायक की तबीयत खराब
धक्का-मुक्की के स्थिति के चलते बीजेपी विधायक शंकर घोष की तबीयत खराब हो गई। इस वजह से सदन में एंबुलेंस बुलाई गई। उससे उन्हें हॉस्पिटल भेजा गया।
ममता ने बीजेपी को बताया बांग्ला विरोधी
सदन में भारी शोरगुल के बीच ममता ने अपने भाषण के दौरान बीजेपी पर तीखा हमला बोला। ममता ने कहा कि बीजेपी बांग्ला भाषा व बंगाल से नफरत करती है। बीजेपी को उन्होंने बांग्ला व देश विरोधी तक बताया। ममता ने बीजेपी को चोर, डकैतों का दल बताया। कहा कि बीजेपी सबसे बड़ा चोर व डकैतों का दल है। नाथुराम गोडसे का दल है बीजेपी। पूरे देश में भाजपा अत्याचार कर रही है।
शुभेंदु ने ममता सरकार पर साधा निशाना
विधानसभा में हुए हंगामे पर बीजेपी के 5 विधायकों को सस्पेंड कर दिया गया। इस पर नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकार ने ममता सरकार पर निशाना साधा है। शुभेंदु ने एक्स प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए कहा कि आज पश्चिम बंगाल विधानसभा में लोकतंत्र की हत्या करने वाली ममता और उनके सहयोगी प्रशासन द्वारा लोकतंत्र की हत्या कर दी गई।
3 दिन था विशेष सत्र
पश्चिम बंगाल विधानसभा का 3 दिन का विशेष सत्र बुलाया गया था। यह 1 सितंबर को शुरू हुआ था। 3 सितंबर को करम पूजा के कारण राजकीय छुट्टी होने की वजह से विधानसभा बंद रहा। गुरुवार को सत्र का आखिरी दिन है।
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