Lucknow: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में पुलिस के होश तब उड़ गए जब उन्हें एक किशोर के अपहरण की सूचना मिली, क्योंकि उत्तर प्रदेश में इस समय बच्चा चोरी की अफवाहें (Rumors Of Child Theft) काफी तेजी से फैल रही हैं, इसलिए पुलिस के भी हाथ-पांव फूल गए। उन्होंने आनन-फानन में कई टीमें बनाकर किशोरी को बरामद किया। बाद में पता चला कि उसने खुद के अपहरण (Kidnapping) की कहानी रची थी।
स्कूल के लिए निकला था 15 वर्षीय छात्र, घर नहीं लौटा
जानकारी के मुताबिक 15 वर्षीय छात्र लखनऊ के बाजारखाला थाना क्षेत्र के राजाजीपुरम इलाके का रहने वाला है। वह शनिवार सुबह स्कूल जाने के लिए घर से निकला था। इकसे बाद वापस घर नहीं पहुंचा। घर नहीं लौटने पर परिवार वालों को चिंता हुई। उन्होंने उसकी काफी तलाश, लेकिन छात्र का कोई सुराग नहीं लगा। इस पर परिवार वालों ने थाना पुलिस से मामले की शिकायत की। वहीं किशोर के अपहरण की सूचना पर पुलिस मे हड़कंप मच गया।
घर वालों के पास आया वॉयस मैसेज, फिरौती का फोन नहीं आया
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी), पश्चिम, चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि एक मिशनरी स्कूल के नाबालिग छात्र के कथित अपहरण की सूचना मिलने के बाद पुलिस को अलर्ट पर रखा गया था। क्योंकि फिलहाल में प्रदेश में बच्चा चोरी की अफवाहें तेजी के साथ फैल रही हैं। इन्हीं अफवाहों को लेकर प्रदेश के कई जिलों में बेगुनाह लोगों के साथ घटनाएं हो चुकी हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में संदेह तब हुआ जब परिवार को मोबाइल पर एक मैसेज के माध्यम से अपहरण की जानकारी हुई, लेकिन फिरौती के लिए कोई फोन नहीं किया गया।
लापता नाबालिक को थाना बाजारखाला पुलिस द्वारा सकुशल बरामद कर परिजनों को किया सुपुर्द । #UPPolice #Lkopolice_On_Duty pic.twitter.com/rWR97GYYLb
— POLICE COMMISSIONERATE LUCKNOW (@lkopolice) September 11, 2022
सर्विलांस पर लिया छात्र का फोन, दिल्ली में मिला
परिवार वालों ने बताया कि अपहरणकर्ता किशोर की आवाज रिकॉर्ड कर वॉयस मैसेज भेज रहा है, लेकिन उसने फोन नहीं उठा रहा। इसके बाद पुलिस ने किशोर के फोन को सर्विलांस पर लिया, जिसके बाद मोबाइल की लोकेशन दिल्ली में मिली। लखनऊ पुलिस की एक टीम को तुरंत दिल्ली के लिए रवाना हुई। छात्र को दिल्ली मेट्रो स्टेशन के पास से सुरक्षित बरामद किया गया है। पूछताछ में पता चला कि छात्र ने परिवार वालों से नाराज होकर घर छोड़ा था। उसने ही परिवार वालों को अपहरण के बारे में फर्जी मैसेज भेजा था।
मुजफ्फरनगर में बच्चा चोरी के शक में मजदूर की हुई थी हत्या
आपको बता दें कि मुजफ्फरनगर के परौली क्षेत्र में बच्चा चोरी की अफवाह के कारण एक हत्या भी हो चुकी है। यहां जिले के छपर क्षेत्र निवासी मोहम्मद शाहरुख तीन बाइक पर अपने पांच साथियों के साथ अपने घर जा रहा था। एसपी (ग्रामीण) सूरज राय ने कहा कि मजदूरों का समूह बुधवार को परौली से गुजर रहा था। तभी धर्मवीर सिंह (47) और ओमपाल सिंह (42) समेत कुछ ग्रामीणों ने उन्हें बच्चा चोर समझ लिया। आरोप है कि धर्मवीर ने देसी पिस्टल से शाहरुख को गोली मारा दी। इसमें शाहरुख की मौके पर ही मौत हो गई थी।