Kaushambi News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कौशांबी (Kaushambi) जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुन कर आप भी दंग रह जाएंगे। पानी से लबालब गंगा नदी में एक 70 साल की बुजुर्ग महिला लकड़ी के गट्ठर के सहारे 40 किमी तक बहती चली गई।
जब वृद्धा फतेहपुर जिले में बहकर आ गई तो मल्लाहों की उस पर नजर पड़ी। महिला को नदी से निकाला गया। तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पूरे मामले की जानकारी हुई। वृद्धा अपने परिवार में झगड़ा होने के बाद गंगा में कूद कर जान देने के लिए गई थी।
रात को झगड़े के बाद घर से निकल आई थी
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के हथगाम कोतवाली क्षेत्र के गांव समोपुर में 70 वर्षीय शांति देवी निषाद अपने परिवार के साथ रहती हैं। बताया गया है कि शनिवार रात को वह घर से किसी बात पर झगड़ा होने के बाद निकल आई थी। अपनी जान देने के लिए उन्होंने गंगा नदी में छलांग लगा दी। जैसे ही वह डूबने लगी को छटपटाना शुरू कर दिया। तभी नदी में लकड़ी का एक गट्ठर बहकर उनके पास आ गया। शांति देवी ने गट्ठर को पकड़ लिया।
मछली पकड़ने गए मल्लाहों की बहते हुए देखा
इसके बाद वह गट्ठर को पकड़े-पकड़े कई किमी तक बहती रही। कड़ाधाम कोतवाली के कंथुवा गांन निवासी पप्पू और रवि निषाद रविवार दोपहर को गंगा नदी के किनारे मछली पकड़ने के लिए गए थे। नदी में देखा तो लकड़ी के गट्ठर के साथ एक महिला बहती हुई दिखाई दी। यह देख दोनों ने नदी में छलांग लगा दी। महिला को किनारे पर ले आए। जानकारी होने पर गांव के भी काफी लोग इकट्ठा हो गए। तभी एक व्यक्ति ने महिला को पहचान लिया। कहा कि वह उसके एक रिश्तेदार की सास है।
अभी पढ़ें – एग्जाम में फेल होने पर 5वीं के छात्र को टीचर ने बुरी तरह पीटा, इलाज के दौरान मौसूम की हो गई मौत
अस्पताल में भर्ती कराया, बेटा भी पहुंच गया
बुजुर्ग महिला की हालत को देखते हुए उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं उसके बेटे रामसजीवर को मामले की जानकारी दी गई। सूचना पर परिवार के लोग भी अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने कहा कि शनिवार को शांति निषाद घर से गुस्सा होकर निकल गई थी। वहीं लोगों अब इस बात का अचंभा कर रहे हैं कि जहां महिला ने गंगा में छलांग लगाई और जहां से उन्हें निकाला गया उन दोनों स्थानों के बीच 40 किमी की दूरी है। शांति के परिवार वालों ने बताया कि बचपन से ही तैराकी जानती हैं।
अभी पढ़ें – प्रदेश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें
Edited By