Greater Noida News: यमुना प्राधिकरण (यीडा) के सेक्टर-28 में विकसित हो रहे मेडिकल डिवाइस पार्क में 240 फ्लैटेड फैक्ट्रियों का निर्माण किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट पर कुल 114.93 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. प्राधिकरण ने इसका ठेका अभिलाषा एंटरप्राइजेज को सौंप दिया है. निर्माण कार्य जल्द शुरू होने की संभावना है. यह फ्लैटेड फैक्ट्रियां किराये के आधार पर उद्यमियों को उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे कम पूंजी में औद्योगिक इकाई स्थापित की जा सकेगी.
तीन श्रेणियों में बांटी गई फैक्ट्रियां
यमुना प्राधिकरण द्वारा प्रस्तावित फ्लैटेड फैक्ट्रियों को तीन श्रेणियों एक, बी, सी में बांटा गया है. ए में 120 वर्गमीटर की 50 फैक्ट्रियां, बी में 90 वर्गमीटर की 64 फैक्ट्रियां और टाइप सी में 60 वर्गमीटर की 126 फैक्ट्रियां होंगी.
हाॅल भी बनेगा
इसके अलावा परिसर में 6 दुकानें, 330 वर्गमीटर का प्रदर्शनी कक्ष और 500 वर्गमीटर का मल्टीपरपज हॉल भी बनाया जाएगा. कुल मिलाकर यह परिसर 20,160 वर्गमीटर क्षेत्र में फैला होगा, जहां चार मंजिला भवन बनाए जाएंगे. 202 कारों के लिए पार्किंग की सुविधा भी विकसित की जाएगी.
क्या बोले ओएसडी ?
यीडा के ओएसडी शैलेन्द्र भाटिया ने बताया कि यह प्रोजेक्ट मेडिकल डिवाइस के क्षेत्र में निर्यात करने वाली इकाइयों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होगा. निर्यात की क्षमता रखने वाले उद्यमों को इसमें प्राथमिकता दी जाएगी. उन्होंने बताया कि निर्माण एजेंसी का चयन हो चुका है और बोर्ड जल्द ही किराया दर तय करेगा.
350 एकड़ में बस रहा है मेडिकल डिवाइस पार्क
सेक्टर-28 में कुल 350 एकड़ क्षेत्र में मेडिकल डिवाइस पार्क विकसित किया जा रहा है. इसमें अब तक 101 भूखंडों का आवंटन किया जा चुका है और एक इकाई ने काम भी शुरू कर दिया है. यीडा की योजना है कि छोटे और मध्यम उद्यमियों को भी कम लागत पर व्यापार की शुरुआत करने का मौका मिले, जिससे क्षेत्र में रोजगार और निर्यात दोनों को बढ़ावा मिल सके.
क्यों खास है फ्लैटेड फैक्ट्री मॉडल ?
फ्लैटेड फैक्ट्री का यह मॉडल उन निवेशकों के लिए बेहद लाभकारी है, जो बिना जमीन खरीदें कम पूंजी में फैक्ट्री संचालन शुरू करना चाहते हैं. यह व्यवस्था शेयर्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर की तरह काम करेगी. इसमें बिजली, पानी, पार्किंग, प्रदर्शनी और प्रशासनिक सुविधाएं पहले से उपलब्ध होंगी.










