Uttar Pradesh Greater Noida News (जुनेद अख्तर) : यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल अथॉरिटी ने करीब 8,000 संपत्ति खरीदारों को किसानों के मुआवजे का 65% अतिरिक्त भुगतान एकमुश्त करने की बजाय चार किस्तों में करने की अनुमति दे दी है। यह निर्णय प्रमुख सचिव (औद्योगिक विकास) आलोक कुमार की अध्यक्षता में हुई बोर्ड मीटिंग में लिया गया। यीडा सीईओ अरुणवीर सिंह के मुताबिक, मुआवजा भुगतान योजना में भाग लेने के लिए संपत्ति मालिकों को 31 मार्च तक आवेदन करना होगा।
दो महीने में करना होगा 25% भुगतान
यीडा सीईओ अरुणवीर सिंह का कहना है कि अगर मंजूरी मिलती है, तो उन्हें दो महीने के भीतर 25% की पहली किस्त का भुगतान करना होगा। शेष बकाया राशि छह महीने के अंतराल के साथ तीन किस्तों में चुकाई जाएगी। हालांकि बोर्ड ने इन आवंटियों को अपना बकाया चुकाने के लिए दो साल की समयसीमा दी, लेकिन देर से भुगतान के लिए ब्याज या जुर्माने पर कोई राहत नहीं दी। बोर्ड ने सेक्टर 17 में मेडिकल कॉलेज के लिए भूमि आवंटन को मंजूरी दी, जिसके लिए जल्द ही आवेदन आमंत्रित करने की योजना है। एक अन्य प्रमुख एजेंडा में एक समान इंडस्ट्रियल लैंड आवंटन नीति को लागू करना शामिल था जो नोएडा और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के साथ हो। बोर्ड ने 8,000 वर्गमीटर तक के लैंड के लिए ई-नीलामी और बड़े लैंड के लिए साक्षात्कार आधारित दृष्टिकोण का उपयोग करने पर सहमति व्यक्त की।
भूखंडों पर निर्माण के लिए बढ़ाई समयसीमा
सीईओ का कहना है कि यीडा का विकास नोएडा और ग्रेटर नोएडा से अलग है। इसलिए, हमें बड़े भूखंड आवंटन के लिए की आवश्यकता है। इस पर 28 मार्च को अगली बोर्ड बैठक में चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि बोर्ड के सदस्यों ने निर्माण में देरी के लंबे समय से चले आ रहे मुद्दे पर भी चर्चा की गई। सीईओ का कहना है कि सेक्टर 18, 20, 22डी और 24 में 34,000 आवंटियों में से लगभग 25,000 ने अपने भूखंडों पर कब्जा कर लिया है, लेकिन अभी तक उन पर काम शुरू नहीं हुआ है। चूंकि निर्माण के लिए शुरुआती तीन साल की समय सीमा समाप्त हो गई है, इसलिए अथॉरिटी ने सोमवार से नौ महीने का विस्तार दिया है।हालांकि, सभी निर्माण इसी साल पूरे होने चाहिए।
अप्रैल में सड़क पर होंगी ईवी बसें
सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने के लिए बोर्ड ने अपने सेक्टरों में यीडा को 150 इलेक्ट्रिक बसें (EV) आवंटित करने को मंजूरी दी। सीईओ ने कहा कि कुल 500 इलेक्ट्रिक बसें खरीदी जाएंगी, जिनमें से 200 नोएडा प्राधिकरण को और 150-150 ग्रेटर नोएडा और यीडा को सौंपी जाएंगी। यीडा नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और दिल्ली में IGI हवाई अड्डे, सराय काले खां और हापुड़, बुलंदशहर और गाजियाबाद जैसे आस-पास के जिलों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए 150 और बसें शुरू करने की योजना बना रहा है। सीईओ का कहना है कि ये बसें नोएडा हवाई अड्डे के साथ कनेक्टिविटी में सुधार करेंगी, जिसे अगले महीने यानी अप्रैल में लॉन्च किया जाना है।
एयरपोर्ट के पास की सड़कों की होगी मरम्मत
यीडा क्षेत्र में एयरपोर्ट के पास के सेक्टरों में 25 सड़कों की मरम्मत को भी मंजूरी दी गई। इनकी मरम्मत 14.5 करोड़ रुपये की लागत से की जाएगी, जबकि ग्रामीण इंजीनियरिंग सेवाओं (आरईएस) के तहत आठ सड़कें, जिनकी लंबाई भी 32 किलोमीटर है। सीईओ का कहना है कि ये सड़कें क्षेत्र के निवासियों और उद्योगों के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसलिए, पीडब्ल्यूडी और आरईएस से उनके आधिकारिक हस्तांतरण की प्रतीक्षा करने के बजाय, हमने कनेक्टिविटी में सुधार के लिए तुरंत मरम्मत करने का फैसला किया।