Uttarkashi Cloudburst Tragedy: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बादल फटने के बाद आई प्राकृतिक आपदा में केरल के 28 टूरिस्ट लापता हो गए हैं। लापता हुए टूरिस्ट के रिश्तेदार ने यह जानकारी मीडिया को दी और बताया कि केरल के 28 टूरिस्ट गंगोत्री धाम जाने के लिए निकले थे और रास्ते में धराली गांव में ठहरे थे। उन्हें सुबह गंगोत्री के लिए निकलना था, लेकिन अब उनका सुराग नहीं मिल रहा है। शायद वे आपदा की चपेट में आ गए हैं।
❗️🌊🇮🇳 – Devastating Flash Floods Ravage Uttarkashi, India, Leaving Destruction in Their Wake
A catastrophic cloudburst triggered flash floods in Uttarkashi’s Dharali village, located near Harsil in Uttarakhand, India, causing widespread devastation.
The deluge, fueled by a… pic.twitter.com/CKJer99Ql4---विज्ञापन---— 🔥🗞The Informant (@theinformant_x) August 5, 2025
टूरिस्टों से नहीं हो पा रहा संपर्क
लापता टूरिस्टों के रिश्तेदार ने बताया कि एक दिन पहले ही रिश्तेदार से बात हुई थी और उन्होंने बताया था कि वे गंगोत्री जा रहे हैं। वे जिस रास्ते पर थे, उसी रास्ते पर भूस्खलन हुआ है, ऐसी जानकारी मिली है। रिश्तेदारों से अब संपर्क भी नहीं हो पा रहा है। हो सकता है कि वे आपदा की चपेट में आए हों। हो सकता है कि फोन नेटवर्क न हो या फोन की बैटरी खत्म हो गई हो। जो भी हुआ है, उत्तराखंड की सरकार से अपील है कि सभी 28 टूरिस्टों का पता लगाया जाए।
प्रकृति से छेड़ हो रहे हैं जिसके कारण खीर गंगा #उत्तरकाशी का ये नज़ारा बहुत ही भयानक है ! 😱
बस ईश्वर से प्रार्थना करिए ज्यादा जनहानि ना हो! Uttarakhand में ऐसा मंजर 2013 में आया था!#cloudburst #dharali #uttarkashi
pic.twitter.com/M1c1VqydSO---विज्ञापन---— RAHUL SINGH (@RAHULKUMAR705) August 5, 2025
इन 3 जगहों पर फटा था बादल
बता दें कि 5 अगस्त 2025 को दोपहर करीब 1:45 बजे उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले की हर्षिल घाटी में बसे धराली गांव के पास खीर गंगा नाले में बादल फटा। इसके बाद दोपहर 3 बजे सुक्खी टॉप और 3:30 बजे हर्षिल घाटी में ही सेना के कैंप के ऊपर भी बादल फटा। तीनों जगह बादल फटने के बाद पहाड़ी से मिट्टी का सैलाब, मलबा, पानी और बड़े-बड़े पत्थर आए, जो अपने साथ धराली गांव, हेलीपैड और सेना के कैंप को बहा ले गए।
Ngeri!!
— Miss Tweet | (@Heraloebss) August 6, 2025
Detik-detik sebuah desa di kawasan Pegunungan Himalaya tersapu banjir bandang setelah hujan deras ekstrem (cloudburst) melanda wilayah Dharali, distrik Uttarkashi, (5/8/2025). pic.twitter.com/A7YfMb1mXV
आपदा से हुआ इतना नुकसान
बता दें कि प्राकृतिक आपदा की चपेट में आने से अब तक 10 लोगों की मौत होने की पुष्टि हो चुकी है। धराली गांव के 50 से 100 लोग लापता बताए जा रहे हैं। हर्षिल घाटी में सेना के कैंप पर बादल फटने से 8 से 10 जवान लापता हैं। खीर गंगा नाले में अचानक आए सैलाब और मलबे ने धराली गांव को 20 से 34 सेकंड में जमींदोज कर दिया। 20 से 25 होटल और होमस्टे पूरी तरह नष्ट हो गए हैं। गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा मंडरा गया है।
Uttarkashi cloudburst incident | The Indian Air Force has swung into action in response to the flash flood in Harsil, which has isolated the valley. Mi-17s and ALH Mk-III, at Bareilly, are on high alert and An-32s, C-295s, from Agra, have landed at Dehradun for the mission in the… pic.twitter.com/tt0qMgakDR
— ANI (@ANI) August 6, 2025
बचाव, राहत कार्य और चुनौतियां
उत्तरकाशी में आई आपदा के बाद मौके पर बचाव और राहत कार्य जारी है, लेकिन खराब मौसम के कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। सेना, NDRF, SDRF, ITBP और स्थानीय पुलिस 150 से अधिक जवानों के साथ बचाव कार्य कर रही है, लेकिन भारी बारिश, भूस्खलन, और ठप पड़े रास्तों के कारण लापता लोगों की तलाश करने में मुश्किल आ रही है।
सेना और वायुसेना के हेलीकॉप्टर फंसे हुए लोगों को निकालने और उन तक खाना-पानी पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन खराब मौसम बाधा बन रहा है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदास्थल का दौरा किया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी मदद का आश्वासन दिया है।
उत्तरकाशी प्रशासन ने लोगों को भागीरथी नदी के किनारों से दूर रहने को कहा है, क्योंकि बादल फटने के बाद आए मलबे और पानी से नदी उफान पर बह रही है। नदी के पानी का प्रवाह रुकने से एक अस्थायी झील भी बन गई है। प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं और साथ ही अफवाहों से बचने की सलाह भी लोगों को दी गई है।