Sinking Joshimath: उत्तराखंड (Uttarakhand) के जोशीमठ (Joshimath) को बचाने के लिए प्रदेश सरकार, विपक्ष, राज्य और केंद्र सरकार की सभी एजेंसियां जुट गई हैं। रविवार को प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) के प्रधान सचिव पीके मिश्रा (Principal Secretary to Prime Minister PK Mishra) की ओर से जोशीमठ की स्थिति को लेकर एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की गई है।
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समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक के दौरान उत्तराखंड के मुख्य सचिव ने जोशीमठ से पीएओ को जानकारी दी। वहीं सीमा प्रबंधन सचिव और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य सोमवार को उत्तराखंड का दौरा करेंगे।
These decisions were taken after Principal Secretary to Prime Minister PK Mishra today held a high-level review meeting on Joshimath situation.
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) January 8, 2023
उत्तराखंड के मुख्य सचिव ने दी जानकारी
प्रधानमंत्री मोदी के प्रधान सचिव पीके मिश्रा को जोशीमठ समीक्षा बैठक में बताया गया कि भारत सरकार की एजेंसियां, विशेषज्ञ समेत अन्य पक्ष राज्य सरकार की सहायता कर रहे हैं। एनडीआरएफ की एक टीम और एसडीआरएफ की चार टीमें पहले ही जोशीमठ पहुंच चुकी हैं।
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Team of experts from National Disaster Mgmt Authority, National Institute of Disaster Mgmt, Geological Survey of India, IIT Roorkee, Wadia Institute of Himalayan Geology, National Institute of Hydrology & Central Building Research Institute to study & give recommendations.
— ANI (@ANI) January 8, 2023
ये संस्थाएं करेंगी गहन अध्ययन
इस बैठक के बाद तय हुआ है कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण, आईआईटी रुड़की, वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाइड्रोलॉजी एंड सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट के विशेषज्ञों की टीमें अध्ययन के बाद अपनी सिफारिशें देंगी।
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Joshimath's existence, lives & livelihoods of residents threatened. We stand with them. We are with the Govt & CM in this challenge. It's a little delayed but if we work promptly & Centre uses all its might – it should be national mission to save Joshimath: Ex-U'khand CM H Rawat pic.twitter.com/MetuPtM239
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 8, 2023
इस आपदा में हम सरकार और लोगों के साथः रावत
इसके अलावा उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता हरीश रावत ने बताया कि जोशीमठ के अस्तित्व, निवासियों के जीवन और आजीविका पर खतरा मंडरा रहा है। हम उनके साथ खड़े हैं। इसके अलावा हम इस चुनौती में सरकार और मुख्यमंत्री के साथ हैं। इसमें थोड़ी देरी हुई है, लेकिन अगर हम तत्परता से काम करते हैं और केंद्र अपनी पूरी ताकत लगाता है तो निश्चित तौर पर सफलता मिलेगी। जोशीमठ को बचाना राष्ट्रीय मिशन होना चाहिए।
रावत ने बताया कि यदि विशेषज्ञ कहते हैं कि सुरंग या अन्य कारक इसके कारण हैं, तो उन्हें तत्काल रोका जाना चाहिए। चीजों को नए सिरे से उठाया जाना चाहिए। स्थानीय लोगों की समिति बनाई जानी चाहिए और सभी के साथ निरंतर परामर्श से सुधार किया जाना चाहिए।
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Joshimath land subsidence | PM Modi spoke to CM Pushkar Singh Dhami over the telephone and inquired about the steps taken for the safety and rehabilitation of the affected residents and the progress of the immediate and long-term action plan to solve the problem: Uttarakhand CMO pic.twitter.com/22OK3DlxWY
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 8, 2023
पीएम मोदी ने सीएम धामी से फोन पर की बात
उत्तराखंड मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया है कि पीएम मोदी ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की है। प्रभावित लोगों की सुरक्षा और पुनर्वास के लिए उठाए गए कदमों और समस्या के समाधान के लिए तत्काल और दीर्घकालिक कार्य योजना की प्रगति के बारे में जानकारी ली।
कार्यालय की ओर से बताया गया है कि प्रधानमंत्री व्यक्तिगत रूप से जोशीमठ की स्थिति और सरकार की ओर से किए जा रहे सुरक्षा कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। साथ ही जोशीमठ को बचाने के लिए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
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