Uttarakhand News: उत्तराखंड में मंगलवार को अचानक बदला मौसम लोगों की जान पर बन आया। तेज बारिश और आंधी के कारण हरिद्वार में करीब 200 साल पुराना पीपल का पेड़ गिर गया। इसके नीचे कई लोग दब गए।
देर रात तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में सभी को बाहर निकाला गया। इनमें से दो लोगों की अस्पताल में मौत हो गई है। एक अन्य स्थान पर पेड़ गिरने से एक शख्स की मौत हो गई है। उत्तरकाशी में आकाशीय बिजली गिरने से 26 बकरियों की मौत हो गई है।
देर रात तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन
जानकारी के मुताबिक, हरिद्वार के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि ज्वालापुर क्षेत्र में बारिश और आंधी के कारण 200 साल पुराना एक पेड़ गिर गया। कई लोग उसके नीचे दब गए।
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पुलिस ने राहत कर्मियों ने सभी को रेस्क्यू करके मलबे से निकाला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। हरिद्वार के हरमिलाप मिशन सरकारी अस्पताल डॉ. अनस जाहिद ने बताया कि 5 लोगों को यहां लाया गया था। 2 लोगों की मौत हो गई है। एक मरीज को एम्स ऋषिकेश के लिए रेफर किया गया है।
Uttarakhand | Due to rain & storm, a 200-year-old tree fell in the Jwalapur area & many people got buried under it. All four people have been rescued & sent to a govt hospital. A tourist from Sonipat died after a tree fell on him near Chamgadar Tapu: Ajay Singh, SSP Haridwar… pic.twitter.com/nkPbPtOvoF
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 23, 2023
हरिद्वार में पर्यटक की मौत
एएनआई के अनुसार, हरिद्वार में चमगदर टापू के पास पेड़ गिरने से सोनीपत के एक पर्यटक की मौत हो गई। पर्यटक की पहचान योगेश के रूप में हुई है। इसके अलावा हल्द्वानी में भी कुछ लोगों पर एक विशाल पेड़ गिर गया। यहां भी एक चालक की मौत हुई है। बताया गया है कि उत्तराखंड में बारिश और आंधी के कारण कई स्थानों पर पेड़ों के गिरने की खबरें सामने आई हैं।
पहाड़ों पर चर रही 26 बकरियां मरीं
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उत्तरकाशी जिले में बुधवार को आकाशीय बिजली गिरने से पहाड़ों पर चर रही 26 बकरियों की मौत हो गई। आपदा संचालन केंद्र के अधिकारियों के अनुसार उत्तरकाशी के भटवाड़ी प्रखंड के कमर गांव टोक के पास जंगल में यह घटना हुई है।
आपदा संचालन केंद्र के अधिकारियों ने कहा कि 26 मृत बकरियों में से 19 महेंद्र सिंह की, 2 बकरियां हुकम सिंह की और 5 बकरियां नारायण सिंह की थीं। पशुपालन विभाग की टीम ने राजस्व टीम के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया है।
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