Kanpur News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) जिले से एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। यहां जाजमऊ में एक टेनरी के एक सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान जहरीली गैस की चपेट में आने से तीन मजदूरों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि सफाई का काम नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के निर्देश पर चल रहा था। हालांकि मजदूरों ने सुरक्षा मास्क नहीं पहना था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
एक को बचाने के लिए उतरे थे दोनों, तीनों बेहोश
कानपुर के डीसीपी पूर्वी रवींद्र कुमार ने बताया कि सबसे पहले गल्ला मंडी निवासी सोनू (26) टैंक के अंदर उतरा था। जहरीली गैस की चपेट में आकर वह बेहोश हो गया। उसे बचाने के लिए दो अन्य मजदूर सत्यम (32) और सुखबीर (36) भी टैंक में उतर गए। इसके बाद इन दोनों की भी हालत बिगड़ गई। तीनों बेहोश हो गए।
परिवार वालों ने आरोप लगाते हुए किया हंगामा
घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। पुलिस और स्थानीय लोगों ने तीनों को बाहर निकाला। अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान तीनों ने दम तोड़ दिया। वहीं मजदूरों के परिवार वालों ने टेनरी मालिक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्जकर तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। एसीपी छावनी मृगंक शेखर ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। परिवार के सदस्यों की शिकायत पर मुकदमा दर्ज की जाएगा।
गाजियाबाद में भी दो मजदूरों की हुई थी मौत
बता दें कि अक्टूबर में गाजियाबाद की खोड़ा कॉलोनी में टैंक की सफाई करते हुए दो मजदूरों की मौत हुई थी। इनकी पहचान बुलंदशहर निवासी सुनील सिंह (32) और सुनील कुमार (38) के रूप में हुई है। दोनों खोड़ा में किराए पर रह रहे थे। दिहाड़ी मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पाल रहे थे। खोड़ा थाना प्रभारी ने बताया कि राजबली पटेल ने अपने घर में टैंक को साफ करने के लिए दोनों मजदूरों को बुलाया था।