Uttar Pradesh News in Hindi: गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजियाबाद (Ghaziabad) जिला स्थित डासना जेल (Dasna Jail) से एक बेहद चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहां की जेल में बंद 140 बंदियों में एड्स (HIV Positive) की पुष्टि हुई है।
हालांकि जेल अधीक्षक ने इन आंकड़ों को सामान्य बताया है। कहा कि प्रतिवर्ष इसी तरह की आंकड़े रहते हैं। इसके अलावा अन्य बीमारियों से ग्रसित बंदियों की भी पहचान हुई है।
There is nothing to worry about. Whenever a prisoner comes to jail, their HIV test is done. These HIV-positive prisoners usually take drugs via syringes which is the reason for spreading HIV: AK Singh, Dasna Jail Superintendent Ghaziabad
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 17, 2022
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सभी बंदियों का होता है टेस्ट
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक डासना जेल अधीक्षक गाजियाबाद एके सिंह ने बताया कि चिंता करने की कोई बात नहीं है। जब भी कोई कैदी जेल आता है तो उसका एचआईवी टेस्ट कराया जाता है। ये एचआईवी पॉजिटिव कैदी आमतौर पर सीरिंज के माध्यम से ड्रग्स लेने के आदी होते हैं, जो एचआईवी फैलने का एक प्रमुख कारण हैं।
1700 की क्षमता, बंद हैं 5500 बंदी
जेल अधीक्षक ने आगे बताया कि डासना जेल में बंद 140 कैदियों में एचआईवी की पुष्टि हुई है। इन मरीजों का इलाज राज्य एड्स कंट्रोल सोसाइटी की ओर से किया जा रहा है। इनके अलावा टीबी (ट्यूबर कोलोसिस) के 17 मरीज भी पाए गए गहैं। इनका भी स्वास्थ्य विभाग में रजिस्ट्रेशन करा कर इलाज कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जेल की क्षमता 1704 कैदियों की है, जबकि यहां 5500 कैदी बंद हैं।
सुनें जेल अधीक्षक का बयान…
स्वास्थ्य की लगातार निगरानी होती है
डासना जेल अधीक्षक गाजियाबाद एके सिंह ने बताया कि इस मामले में घबराने वाली कोई बात नहीं है। सभी के स्वास्थ्य की लगातार निगरानी की जा रही है। किसी की भी स्थिति गंभीर नहीं है। उन्होंने बताया कि जेल में आने वाले प्रत्येक बंदी की जांच की जाती है। पूर्व में भी एड्स के मरीज आते रहे हैं। इन बंदियों का आंकड़ा लगभग प्रतिवर्ष यही रहती है। उन्होंने कहा कि डासना जेल में हापुड़ जिले के बंदियों को रखा जाता है कि इसलिए संख्या है।