Uttar Pradesh News in News: गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजियाबाद (Ghaziabad) जिले से 11 साल की बच्ची के अपहरण का मामला सामने आया है। बताया गया है कि रविवार को बच्ची के अपहरण के बाद बदमाशों ने 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी है। फिरौती के लिए परिवार को तीन दिन का समय दिया गया है। पुलिस ने बताया कि बच्ची गाजियाबाद के नंदग्राम में पिछले 10 साल से अपने नाना-नानी के साथ रह रही है। उसके माता-पिता सोनीपत में रहते हैं। वह एक निजी स्कूल में तीसरी कक्षा की छात्रा है।
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पिता की मौत के बाद मां ने की दूसरी शादी
जानकारी के मुताबिक वर्ष 2015 में खुशी के पिता की एक हादसे में मौत हो जाने के बाद बच्ची की मां ने अपने बहनोई सोनू सिंह से शादी कर ली। सोनू सोनीपत में रहकर काम करता है। बताया गया है कि रविवार दोपहर करीब 12 बजे सोनू के पास एक नंबर से कुछ कॉल आईं, लेकिन मोबाइल फोन साइलेंट होने के कारण वह कॉल उठा नहीं पाया।
बैक कॉल करने पर कहा- बच्ची अगवा कर ली है
सोनू ने बताया कि फिर दोपहर में करीब 1 बजे उसने मोबाइल में पांच मिस्ड कॉल देखीं। उन नंबरों पर कॉल बैक किया तो शख्स ने बताया कि उसकी बेटी को गाजियाबाद से अगवा कर लिया है और फोन काट दिया। सोनू ने पहले समझा कि कोई मजाक कर रहा है, लेकिन 10 मिनट बाद आरोपी ने फिर से फोन किया और बताया कि उसने खुशी को उसके नाना-नानी के घर से अगवा कर लिया है।
फिरौती नहीं देने पर टुकड़ों की धमकी
सोनू ने कहा कि अपहरणकर्ताओं ने मुझे तीन दिनों में 30 लाख रुपये की व्यवस्था करने को कहा है। धमकी दी है कि पैसे न देने पर वह मेरी बेटी के कई टुकड़े करके घर भेज देगा। इसके बाद सोनू ने तत्काल अपने ससुर विजेंद्र सिंह को फोन किया और खुशी के बारे में पूछा। ससुर ने बताया कि खुशी घर पर नहीं है। वह उसका पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
घास काटने के लिए गए थे नाना-नानी
बच्ची के नाना विजेंद्र ने बताया कि खुशी की तबीयत खराब थी। सुबह 9 बजे के आसपास उन्होंने उसे दवा दी। लगभग 9.30 बजे खुशी आराम कर रही थी। उन्होंने बताया कि सुबह वह और खुशी की नानी पास के जंगल में घास काटने गए थे। दोपहर 12 बजे वापस घर लौटे तो खुशी गायब थी। सूचना पर थाना पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पुलिस की कई टीमें लगीं खोज में
गाजियाबाद के सर्किल ऑफिसर-2 आलोक दुबे ने बताया कि बच्ची को सुरक्षित छुड़ाने के लिए पांच टीमों का गठन किया गया है। पुलिस इलाकों के सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है। पूछताछ के लिए पुलिस ने कुछ पड़ोसियों को भी हिरासत में लिया है। बता दें कि दो सप्ताह में जिले में अपहरण का यह दूसरा मामला है। 8 नवंबर को एक तीन साल के बच्चे का भी उसके पड़ोसी ने अपहरण कर लिया था।
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