UP Nikay Chunav 2023: उत्तर प्रदेश में आज निकाय चुनाव 2023 की मतगणना चल रही है। भाजपा ने यूपी में मेयर के 17 पदों में से 10 पर कब्जा कर लिया है। रुझानों के मुताबिक बाकी पदों पर भी भाजपा की जीत तय मानी जा रही है। ऐसे में अयोध्या नगर निगम के मेयर पर जीत दर्ज करने वाले गिरीश पति त्रिपाठी के जीवन की कहानी पढ़ने लायक है।
अयोध्या नगर निगम के चुनाव में भाजपा ने विजयी होकर जिले में एक बार फिर मेयर का पद हासिल किया है। पार्टी के उम्मीदवार और तीन कलश तिवारी मंदिर के महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने भारी बहुमत से चुनाव में जीत हासिल की है।
भारी मतों से दर्ज की जीत, कोई आसपास भी नहीं
13 राउंड की मतगणना के बाद त्रिपाठी को 70,644 वोट मिले, जबकि समाजवादी पार्टी के आशीष पांडेय केवल 38,500 वोटों पर ही सिमट गए। वहीं अन्य दलों ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, जिसमें बहुजन समाज पार्टी को 12,275 वोट मिले, कांग्रेस को 3,544 वोट मिले और आम आदमी पार्टी को 3,848 वोट मिले। मतगणना की शुरुआत से ही त्रिपाठी सभी उम्मीदवारों पर बढ़त बनाए हुए थे।
पिता भी राजनीति में सक्रिय रहे
जीवन परिचय पर बात करें, तो इलाहाबाद विश्वविद्यालय से डिफेंस स्टडीज में ग्रेजुएट 49 वर्षीय गिरीश पति त्रिपाठी एक राजनीतिक परिवार से आते हैं। उनके पिता नगरपालिका की राजनीति में काफी समय तक शामिल रहे। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने 1989 में अध्यक्ष पद के लिए भी चुनाव लड़ा था।
सिविल सर्विसेस में बनाना चाहते थे करियर
गिरीश पति त्रिपाठी सिविल सर्विसेज में करियर बनाना चाहते थे। इसके लिए वे इलाहाबाद यूनिवर्सिटी गए। संघ लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित सिविल सेवा परीक्षा की मुख्य परीक्षा में भी वे दो बार उपस्थित हुए। हालांकि, जब उनके पिता का निधन हो गया, तो उन्हें वापस अयोध्या लौटना पड़ा। इसके बाद तीन कलश तिवारी मंदिर पीठ के महंत के रूप में अपनी सेवाएं देने लगे।
पहले कांग्रेस में शामिल हुए, फिर योगी से प्रभावित
2004 में त्रिपाठी कांग्रेस में शामिल हुए और 2013 तक विभिन्न पदों पर रहे। उसी साल उन्हें यूथ कांग्रेस का महासचिव बनाया गया। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सहायक संगठन ‘आम आदमी का सिपाही’ में उन्हें राष्ट्रीय संयोजक का दायित्व सौंपा गया। 2017 में योगी आदित्यनाथ के प्रभाव में उन्होंने भाजपा में शामिल होने से पहले लंबे समय तक असम में काम किया।
जीत के बाद ये बोले, गिरीश पति त्रिपाठी
इसके अलावा गिरीश पति त्रिपाठी के पिता ने राम जन्मभूमि आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि वह अयोध्या को विश्व स्तरीय सांस्कृतिक शहर के रूप में पुनर्स्थापित करने के मुख्यमंत्री योगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों को पूरा करने की दिशा में काम करेंगे।