UP News: उत्तर प्रदेश के नोएडा में पुलिस ने फर्जी आधार और पैन कार्ड बनाकर लोगों को बैंकों से लोन दिलाने वाले सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही आरोपियों के पास से फर्जी दस्तावेज समेत भारी संख्या में सामान जब्त किए हैं। पुलिस को आशंका है आरोपियों ने इस तरह से सैकड़ों लोगों को लोन लेने में मदद की है। पुलिस मामले की जांच में जुट गए हैं।
आरोपियों की हुई पहचान
जानकारी के मुताबिक नोएडा की थाना सेक्टर-63 पुलिस को सूचना मिली कि कुछ लोग फर्जी तरीके से आधार और पैन कार्ड तैयार कर रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने एक स्थान पर छापा मारा और सात आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान दीपक कुमार निवासी नोएडा, विशाल निवासी बुलंदशहर, अतुल गुप्ता निवासी खोड़ा कालोनी (गाजियाबाद) , मनीश कुमार निवासी मुजफ्फरनगर, शिवेंद्र सिंह निवासी औरैया (हाल निवासी नोएडा), मोहित कुमार निवासी पटना (बिहार) और मोहम्मद चांद उर्फ नवाब राशीद निवासी आररिया (बिहार) के रूप में हुई है।
आरोपियों से ये सामान हुआ बरामद
छापेमारी के दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से 1 लैपटाप, 1 सीपीयू, 1 टीएफटी स्क्रिन, 1 प्रिंटर, 1 लैमिनेशन मशीन, फिंगर प्रिन्ट स्कैनर/थम्ब स्कैनर, 1 वैब कैमरा, 1 आई स्कैनर, 1 डाक्युमेन्ट स्कैनर, 5 आधार कार्ड और 4 फर्जी आधार कार्ड, 1 आधार कार्ड की फोटो कॉपी, 4 आधार कार्ड की रजिस्ट्रेशन पर्ची, 15 पैन कार्ड अलग-अलग नाम के समेत कई चीजें बरामद की गई हैं। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि जिन लोगों का बैंक में सिबिल खराब होता है, या फिर जिनका बैंक रिकॉर्ड सही नहीं होता है, तो हम उनके फर्जी आधार और पैनकार्ड बनाते हैं।
10 से 20 रुपये वसूलते थे आरोपी
आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि हम लोगों नाम और पते समेत सभी जानकारियां बदलकर उनके पैरों की अगुंलियों को स्कैन करते हैं। किसी दूसरे शख्स की आखों के रैटिना लेकर आवेदन करते हैं। कुछ समय बाद शख्स का आधार या पैन कार्ड आ जाता है।
इसके बाद वे बैंकों से अलग-अलग प्रकार के लोन लेते थे। इसके लिए वे शख्स से 10 से 20 हजार रुपये एक आधार कार्ड बनाने के लिए वसूलते हैं। फिर उस पैसे को आपस में बांट लेते थे। अब नोएडा पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।