Umesh Pal Murder Case: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज (Prayagraj) में विधायक राजू पाल की हत्या के गवाह उमेश पाल की हत्या का मामला (Umesh Pal Murder Case) तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है।
रविवार को राजू पाल की पत्नी और सपा विधायक पूजा पाल ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर अपने लिए सुरक्षा की मांग की। वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP Chief Mayawati) ने भी सोमवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक के बाद एक कई ट्वीट किए।
प्रदेश सरकार उच्च स्तरीय जांच कराएः बसपा
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सबसे पहले ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के गवाह अधिवक्ता उमेश पाल और उनके गनर की दिनदहाड़े हत्या अति-दुखद और अति-निंदनीय। यह घटना यूपी सरकार के कानून-व्यवस्था के दावों की पोल खोलती है। सरकार मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी उच्च-स्तरीय जांच कराकर दोषियों को सख्त सजा दिलाए।
अतीक के बेटों और पत्नी पर मुकदमा दर्ज
इसके बाद उन्होंने लिखा कि प्रयागराज में राजू पाल की वर्षाें पहले हुई हत्या के मुकदमे के अहम गवाह अधिवक्ता उमेश पाल और उनके गनर की हत्या के मामले में अतीक अहमद के बेटों और उनकी पत्नी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की भी सूचना प्रकाशित हुई है।
अतीक अहमद और शाइस्ता को निष्कासित किया जाएगा
बहुजन समाज पार्टी ने इसका गंभीरता से संज्ञान लेते हुए निर्णय लिया है कि इस मामले की चल रही जांच में इनके दोषी साबित होते ही शाइस्ता परवीन और पत्नी अतीक अहमद को पार्टी से जरूर निष्कासित कर दिया जाएगा।
सपा के प्रोडक्ट हैं अतीक अहमदः मायावती
साथ ही लिखा कि यह बात भी सर्वविदित है कि अतीक अहमद समाजवादी पार्टी के ही प्रोडक्ट हैं। जिस पार्टी से वह एमपी व एमएलए आदि भी रहे। अब राजू पाल की पत्नी भी बीएसपी से सपा में चली गयी हैं। जिस पार्टी को वह मुख्य दोषी ठहराती थी। अतः इसकी आड़ में कोई भी राजनीति करना ठीक नहीं।
पार्टी ने जारी किया अपना ये बयान
मायावती ने अपने आखिरी ट्वीट में लिखा है कि इसके साथ ही यह भी विदित है, किसी भी अपराध की सजा बीएसपी की ओर से उनके परिवार या समाज के किसी भी निर्दाेष व्यक्ति को नहीं दी जाती है। लेकिन यह भी सच है कि पार्टी किसी भी जाति व धर्म के आपराधिक तत्व को बढ़ावा भी नहीं देती है।