Noida News: नोएडा और ग्रेटर नोएडा को जोड़ने वाले एक्सप्रेसवे पर एडवांट अंडरपास का काम जल्द ही पूरा होने वाला है। 16 महीने से ज्यादा समय की देरी के साथ चल रहा काम 31 मई तक खत्म होने के आसार है। नोएडा प्राधिकरण के उप महाप्रबंधक श्रीपाल भाटी ने एक रिपोर्ट में कहा है कि यहां रैंप और फुटपाथ बनाने का काम अंतिम चरण में है।
अंतिम दौर में है अंडरपास का काम
टीओआई की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अंडरपास के दोनों ओर फुटपाथ के लिए लोहे के ढांचे लगाए जा रहे हैं। इसके बाद दीवारों को बनाने के लिए कॉन्क्रीट डाली जाएगी। प्राधिकरण ने अंडरपास के बीच में स्ट्रीट लाइट के लिए पोल भी लगवाए हैं। इसके अलावा अंडरपास के निर्माण स्थल के पास बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हिस्से को भी नए सिरे से बनाया जा रहा है।
फरवरी तक हो चुका है 80% काम
सेक्टर-142 में एडवांट टावर के पास स्थित इस अंडरपास का निर्माण कार्य जून 2020 में शुरू हुआ था, जब पहली बार लॉकडाउन लगा था। इस परियोजना को पूरा करने की समय सीमा 10 दिसंबर, 2021 थी, लेकिन किन्हीं कारणों से काम रुक गया और प्राधिकरण ने जुलाई 2022 में इसकी दूसरी समय सीमा तय की। इसके बाद फरवरी 2023 में प्राधिकरण ने कहा कि अंडरपास का 80% काम पूरा हो चुका है।
इन सेक्टरों और गांव वालों को होगा फायदा
एक ओर सेक्टर-136, 137, 140, 141, 142, 143 और दूसरी ओर सेक्टर-135 और 168 में बढ़ते वाहनों के दबाव को देखते हुए इस अंडरपास की आवश्यकता थी। बता दें कि एडवांस बिल्डिंग के सामने काफी पुराना और छोटा अंडरपास ट्रैफिक दबाव को झेल नहीं पा रहा था।
नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के दोनों ओर बड़ी संख्या में कॉर्पोरेट ऑफिस और आईटी फर्म हैं। इसके अलावा आस-पास के गांवों जैसे, चपरोली खादर, असदुल्लापुर, बाजीपुर और कुलेसरा के लोग भी इस रास्ते से गुजरते हैं।
43 करोड़ से बन रहा है एडवांट अंडरपास
प्राधिकरण के अधिकारियों की ओर से बताया गया है कि 43 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस अंडरपास को ‘बॉक्स-पुशिंग’ तकनीक के साथ बनाया गया है। बता दें कि वर्तमान में चल रहे निर्माण कार्य के कारण नोएडा–ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर भी पीक आवर्स में जाम की स्थिति बनती है, क्योंकि ये एक्सप्रेसवे 6 लेन (3-3) का है। एक लेन बंद होने पर जाम लगता है।