Noida News: प्रदेश की शो विंडो कहे जाने वाले नोएडा शहर के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक सफर को अब डिजिटल माध्यम से जानना संभव होगा। शहर का पहला वर्चुअल म्यूजियम सेक्टर-39 स्थित राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में तैयार किया जा रहा है। यह ग्रामीण परिवेश से लेकर औद्योगिक नगरी बनने तक के सफर को दर्शाएगा।
डिजिटल रूप में किया जाएगा प्रस्तुत
संग्रहालय में नोएडा की सैकड़ों साल पुरानी धरोहरों, ऐतिहासिक स्थलों और सांस्कृतिक पहचान को डिजिटल रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। एलईडी स्क्रीन और वीडियो के माध्यम से बिसरख का रावण मंदिर, सन् 1803 का विजय स्तंभ, बूढ़ा महादेव मंदिर सहित कई अन्य धरोहरों की कहानियां और विशेषताएं आम जनमानस के सामने लाई जाएंगी।
छात्रों ने गांव-गांव जाकर जुटाया ऐतिहासिक मसाला
महाविद्यालय के बीए, बीएससी और बीकॉम के छात्रों ने इस म्यूजियम के लिए गहन शोध किया है। उन्होंने नोएडा के आसपास के गांवों में जाकर बुजुर्गों से संवाद कर ऐतिहासिक घटनाओं, परंपराओं और स्थलों की जानकारी जुटाई। इसके साथ ही पुरानी तस्वीरें, लोककथाएं और विशेष धरोहरों के बारे में जानकारी एकत्र की गई है जिसे संग्रहालय में डिजिटल और फ्रेम के रूप में प्रदर्शित किया जाएगा।
शहर को 10 सर्कल में बांटकर की गई रिसर्च
शोध कार्य की सटीकता के लिए छात्रों ने पूरे नोएडा को 10 सर्कल में विभाजित किया। प्रत्येक क्षेत्र की ऐतिहासिक व सांस्कृतिक जानकारी एकत्र की। इसके साथ ही ग्रामीण रहन-सहन, क्षेत्रीय भाषा, वेशभूषा और बोलियों को भी म्यूजियम का हिस्सा बनाया जा रहा है ताकि आने वाली पीढ़ियों को नोएडा के मूल स्वरूप और परंपराओं से जोड़ा जा सके।
पर्यटन स्थलों की भी मिलेगी जानकारी
संग्रहालय में सिर्फ ऐतिहासिक स्थलों तक ही सीमित नहीं रहा जाएगा। शहर के नवीन पर्यटन स्थल जैसे दलित प्रेरणा स्थल, बुद्धा इंटरनेशनल सर्किट, नोएडा शिल्प हाट, गोल्फ कोर्स, ओखला पक्षी विहार की भी जानकारी इंटरैक्टिव डिजिटल माध्यमों से दी जाएगी।
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