Noida News: नोएडा शहर में प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप 2) लागू हो चुका है, लेकिन जमीनी स्तर पर हालात अब भी बेपरवाह दिख रहे हैं. नोएडा के सेक्टर-121 में सड़क किनारे रोजाना जलता कूड़ा लापरवाही का जीता-जागता उदाहरण बन गया है. पहले भी ऐसा मामला सामने आ चुका है. आज सुबह नोएडा का एक्यूआई 250 से अधिक पहुंच गया था.
हर शाम उठता है धुएं का गुबार
निवासियों ने बताया कि क्षेत्र में हर शाम कूड़ा जलाया जाता है. प्लास्टिक और गीले कचरे के जलने से उठने वाला घना धुआं पूरे इलाके में फैल जाता है, जिससे लोगों का सांस लेना मुश्किल हो जाता है. राहगीरों को मुंह ढककर निकलना पड़ता है, जबकि बच्चों और बुजुर्गों में खांसी, आंखों में जलन और सांस संबंधी दिक्कतें बढ़ रही हैं.
शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
आसपास की सोसायटियों के निवासियों ने कई बार नोएडा प्राधिकरण और स्थानीय प्रशासन से शिकायत की, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. लोगों का कहना है कि विभाग केवल कागजों पर ग्रेप-2 लागू कर रहा है, जमीनी स्तर पर इसका असर नजर नहीं आ रहा.
विशेषज्ञों की चेतावनी
पर्यावरण विशेषज्ञ विक्रांत तोंगड़ का कहना है कि इस तरह कूड़ा जलना नियमों का उल्लंघन है, इससे हवा में पीएम 2.5 और पीएम 10 के कणों की मात्रा कई गुना बढ़ जाती है. यह स्थिति सांस संबंधी रोगियों के लिए बेहद खतरनाक है और शहर की वायु गुणवत्ता को खराब कर रही है.
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