Uttar Pradesh New Agra: यमुना अथॉरिटी ने न्यू आगरा अर्बन सेंटर के निर्माण को लेकर तैयारियां तेज कर दी है। बताया जा रहा है कि न्यू आगरा की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) को अंतिम रूप देकर आगे की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है। अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, जल्द ही मथुरा-आगरा क्षेत्र में 9,000 हेक्टेयर में फैली ग्रीनफील्ड टाउनशिप का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
चंडीगढ़ मॉडल पर न्यू आगरा का होगा निर्माण
यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह का कहना है कि इस प्रस्तावित टाउनशिप में 14.6 लाख से अधिक लोगों को रहने की जगह मिलेगी। इसमें औद्योगिक, वाणिज्यिक और पर्यटन से जुड़े विकास से करीब 8.5 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। उनका कहना है कि कई महीनों के सर्वे और परामर्श के बाद कंसल्टेंट कंपनी ने DPR तैयार की है। इसमें आवासीय विकास के लिए अधिकतम 2,501 हेक्टेयर यानी कुल विकास योग्य क्षेत्र का 28% प्रस्तावित किया गया है। इसे चंडीगढ़ मॉडल से प्रेरणा लेते हुए विकसित किया जाएगा।
ताजमहल इन उद्योगों को ही अनुमति
सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह का कहना है कि इस टाउनशिप में पैदल चलने के लिए अलग से लेन के अलावा हरित विकास को बढ़ावा दिया जाएगा। इसमें करीब 1,813 हेक्टेयर यानी 20% हिस्से में इंडस्ट्री विकसित की जाएगी। जिसमें मैन्यूफैक्चरिंग से लेकर आईटी/ आईटीईएस जैसी इंडस्ट्री को शामिल करेंगे। इसके अलावा ताज ट्रैपेजियम जोन के भीतर टाउनशिप के स्थान को देखते हुए ताजमहल के आसपास पर्यावरण के प्रति संवेदनशील क्षेत्र में केवल वाइट एंड ग्रीन श्रेणी के उद्योगों को ही अनुमति दी जाएगी। ताकि पर्यावरण मानदंडों का पालन सुनिश्चित किया जा सके।
मिक्स यूज के लिए भूमि का प्रस्ताव
बताया जा रहा है कि प्रदूषण को कम किया जा सके। डीपीआर में पर्यटन और मनोरंजन को बढ़ावा देने के साथ ही इकोनॉमिक ग्रोथ को भी केंद्र बनाया गया है। इसमें वाणिज्यिक पर्यटन, मनोरंजक स्थल और बुनियादी ढांचे के लिए 640 हेक्टेयर भूमि का प्रस्ताव है। डीपीआर में मिक्स यूज के लिए 447 हेक्टेयर से अधिक भूमि का प्रस्ताव है। यहां आवासीय, वाणिज्यिक और मनोरंजक एक स्थान पर एक साथ मौजूद होगा। ताकि वाहनों का आवाजाही कम हो और लोग पैदल ही चले।
स्वास्थ्य और शिक्षा संस्थानों पर विशेष काम
वहीं, इसके अतिरिक्त 340 हेक्टेयर में वाणिज्यिक क्षेत्र विकसित किया जाएगा। इसमें रिटेल बाजार, कार्यालय परिसर और व्यवसायिक केंद्र स्थापित किए जाएंगे। जिनका उद्देश्य शहरी रोजगार और आर्थिक गतिविधि को बढ़ावा देना है। स्वास्थ्य और शिक्षा संस्थानों और आवश्यक सेवाओं सहित सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के लिए लगभग 330 हेक्टेयर क्षेत्र आवंटित किया गया है। इन क्षेत्रों में शैक्षणिक परिसर, स्वास्थ्य सेवा केंद्र, प्रशासनिक भवन और आवश्यक शहरी सेवाएं होंगी।
434 हेक्टेयर में वन क्षेत्र और कृषि क्षेत्र के लिए
सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह का कहना है कि टाउनशिप में महत्वपूर्ण हरित और ईकोलॉजिकल क्षेत्र भी होंगे। लगभग 823 हेक्टेयर को यमुना नदी बफर जोन के रूप में चिह्नित किया गया है, जबकि 485 हेक्टेयर संगठित हरित क्षेत्र होंगे। 434 हेक्टेयर में वन क्षेत्र और कृषि क्षेत्र संरक्षित किए जाएंगे।
50 मिनट में पहुंचेंगे नोएडा से न्यू आगरा
यीडा के सूत्रों की मानें तो यमुना एक्सप्रेसवे से अभी नोएडा से आगरा के बीच लगभग 200 किलोमीटर की दूरी तय करने में लगभग तीन घंटे का समय लगता है। यमुना एक्सप्रेसवे गौतमबुद्ध नगर (नोएडा), बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा होते हुए आगरा तक पहुंचता है। इस रास्ते में लगभग 334 गांव पड़ते हैं। यह गांव यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के तहत अधिसूचित किए गए हैं। यीडा ने इसके तहत न्यू आगरा शहर तक 131 किलोमीटर लंबा रेल ट्रैक बिछाने की योजना तैयार की है। दूसरी ओर, नमो भारत ट्रेन की संचालन गति 160 किमी प्रति घंटे है। इस लिहाज से देखें तो न्यू आगरा तक 131 किलोमीटर की दूरी तय करने में लगभग 50 मिनट का समय लगेगा।