उत्तराखंड के नैनीताल में नाबालिक छात्रा से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। दुष्कर्म का मामला सामने आने के बाद सरोवर नगरी नैनीताल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। नाबालिग के साथ दुष्कर्म के आरोपों के बाद सरोवर नगरी में जमकर बवाल हुआ। हिंदूवादी संगठनों ने कोतवाली का घेराव कर बवाल किया। नैनीताल में बीती रात ही आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन स्थानीय लोगों का गुस्सा इसके बाद भी शांत नहीं हुआ। क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी रही। हिंदूवादी संगठनों ने जमकर हंगामा किया। मामले को बढ़ता देख नैनीताल पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को सामान्य करने की कोशिश की। साथ ही रातभर नैनीताल में पीएसी फोर्स को भारी मात्रा में तैनात किया गया।
क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें, पूरा मामला नैनीताल में मल्लीताल के कंपाउंड में रहने वाली दो नाबालिग बहनों में से 12 वर्षीय छोटी बहन ने अपनी मां के साथ कोतवाली पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज की। इस दौरान कोतवाली में लगातार हिंदूवादी संगठन के लोगों के साथ स्थानीय लोगों की भीड़ जुटने लगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए लगभग सवा 10 बजे बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स भी घटनास्थल पहुंच गई। आक्रोशित युवकों के दल ने मल्लीताल के बड़ा बाजार में जुलूस निकालकर नारेबाजी की और लोगों का समर्थन जुटाया। पुलिस के एसपी जगदीश चंद्र देर रात कोतवाली पहुंचे। लोगों ने गाड़ी पड़ाव क्षेत्र में कुछ दुकानों में तोड़फोड़ भी की है। खबर के अनुसार, नैनीताल में रहने वाली दो बहनें मल्लीताल के एक निजी स्कूल में सातवीं और नौवीं कक्षा में पढ़ती हैं। दोनों बच्चियों में से छोटी बहन को लालच देकर वृद्ध ने उसके साथ दुराचार किया।
मां के साथ तहरीर देने पहुंची नाबालिग
किशोरी अपनी मां के साथ कोतवाली पहुंची। पुलिस ने नाबालिग को मेडिकल के लिए बीडी पाण्डे अस्पताल भेजा दिया। इस मामले में तनाव बढ़ता देख मौके पर प्रशासन की तरफ से एडीएम फिंचाराम चौहान, जॉइंट मजिस्ट्रेट आईएएस वरुणा अग्रवाल और नायाब तहसीलदार अस्पताल के बाद कोतवाली पहुंचे और भीड़ को शांत करने की कोशिश की। इस घटना के बाद नैनीताल में आक्रोश पैदा हो गया। आरोपी उस्मान एक ठेकेदार बताया जा रहा है। यह मामला सामने आने के बाद लोगों का गुस्सा ऐसा फूटा कि लोगों ने बाजार में हर तरफ तोड़फोड़ की। साथ ही कई घरों पर ईंट-पत्थर फेंके। रातभर पुलिस ने मोर्चा संभाले रखा। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा, जिसके बाद क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनी रही।
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