Mukhtar Ansari: देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की तूती बोलती थी। गुरुवार की रात दिल का दौरा पड़ने से मुख्तार की मौत हो गई। मुख्तार अंसारी 2005 से जेल में बंद था। पंजाब के बाद मुख्तार को उत्तर प्रदेश की जेल में लाया गया। यूपी की बांदा जेल में बंद मुख्तार का सूबे में हमेशा से सिक्का कायम रहा है। मगर मुख्तार का दशकों पुराना माफिया राज महज पिछले कुछ सालों में ढेर होता चला गया।
मुख्तार पर दर्ज हुए 65 मुकदमें
मुख्तार अंसारी का नाम यूपी पुलिस की गैंगस्टर्स लिस्ट में शामिल था। पिछले साल यूपी पुलिस ने प्रदेश के 66 माफियाओं की सूची निकाली थी, जिनमें से एक मुख्तार अंसारी भी था। मुख्तार अंसारी पर 65 केस दर्ज थे और 21 मुकदमे कोर्ट में चल रहे थे। वहीं पिछले 6 महीने में मुख्तार अंसारी को 8 मामलों में सजा सुनाई गई थी। अप्रैल 2023 में मुख्तार को बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के जुर्म में 10 साल की सजा हुई। इसी साल 13 मार्च को फर्जी बंदूक लाइसेंस रखने के इल्जाम में मुख्तार अंसारी को उम्रकैद की सजा सुना दी गई।
Mafiya ko mitti me mila denge…#MukhtarAnsari Jai Jai Baba ji. I want him to be PM in 2029 pic.twitter.com/axl6i9T7Fu
---विज्ञापन---— CA Ashish (Modi ji ka Parivar) (@oyeashish) March 29, 2024
मुख्तार की गैंग पर 297 केस
मुख्तार अंसारी की गैंग पर 297 केस दर्ज हैं। गैंग के लोगों पर मर्डर सहित कई संगीन आरोप लगे हैं। लिहाजा यूपी पुलिस ने एक्शन मोड में आते हुए मुख्तार अंसारी के गैंग से जुड़े 5 गैंगस्टर्स का एनकाउंटर कर दिया। इसी के साथ 164 लोगों के खिलाफ गैंगस्टर्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ। तो वहीं 6 लोगों पर NSA एक्ट भी लगाया गया था। इन तमाम कार्रवाइयों के बाद मुख्तार अंसारी का माफिया नेटवर्क भी चरमराने लगा था।
#WATCH ग़ाज़ीपुर, उत्तर प्रदेश: काली बाग कब्रिस्तान में गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है। pic.twitter.com/AQJuSaepQH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 29, 2024
संपत्ति पर हुआ अटैक
मुख्तार अंसारी जेल में था। मुख्तार की गैंग पर कानून का चंगुल कसने लगा था। इसी बीच उत्तर प्रदेश सरकार का अगला निशाना मुख्तार अंसारी की संपत्ति बनी। यूपी सरकार ने मुख्तार अंसारी की 608 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली। यही नहीं सूबे में मुख्तार अंसारी की 215 करोड़ से ज्यादा के ठेके भी बंद करवा दिए गए। जिससे मुख्तार की गैंग का फाइनेंशियल नेटवर्क भी कट गया।