कानपुर: उत्तर प्रदेश के 72 साल के एक बुजुर्ग व्यक्ति को दूसरों को नंगा देखने की तमन्ना बहुत भारी पड़ी। इस शौक ने उसे लाखों रुपए की चपत लगवा दी। हालांकि इस मामले में फिलहाल पुलिस ने ओडिशा के भुवनेश्वर से तीन लोगों को धर-दबोचा है। उधर हैरानी वाली बात तो यह भी है कि इस मामले का कनेक्शन National Aeronautics and Space Administration (NASA) के साथ भी जोड़ा गया। आइए जानें, क्या है पूरा मामला…
पुलिस के मुताबिक कानपुर के अविनाश कुमार शुक्ला की जान-पहचान एक करीबी के जरिये बंगाल के रहने वाले पार्थ सिंघराय, मलय सरकार और सुदीप्त सिन्हा राय से हुई। इन तीनों लोगों ने खुद को पुरावशेषों के संग्रह के लिए प्रसिद्ध सिंगापुर की एक कंपनी का कर्मचारी बताया और एक मैजिक मिरर बुजुर्ग को बेचने की उत्सुकता दिखाई। अविनाश कुमार शुक्ला उनके झांसे में आ गया और फर्जीवाड़े का शिकार हो गया।
पुलिस को दिए बयान में उसने बताया कि इन तीनों लोगों ने एक वीडियो कॉल के जरिये मैजिक मिरर की विशेषता बताई कि इसकी मदद से लोगों को नंगा देखा जा सकता है। इस मिरर का इस्तेमाल अमेरिका में नासा के वैज्ञानिकों द्वारा किए जाने का खतरनाक सब्जबाग दिखाने के साथ इसकी कीमत 2 करोड़ रुपए बताई, लेकिन जैसे-तैसे सस्ते में सौदा हो गया।
इसके बाद उनके कहने पर अविनाश कुमार शुक्ला जादुई दर्पण लेने भुवनेश्वर पहुंच गया। हालांकि वह बंगाली ठगों को 9 लाख रुपए दे चुका था। बाद में जब उसे अपने साथ जालसाजी का अहसास हुआ तो उसने पुलिस को शिकायत दी। बुजुर्ग की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए भुवनेश्वर के नया पल्ली थाने की पुलिस ने होटल में रेड करके तीनों लोगों को पकड़ लिया।
इस बारे में नया पल्ली पुलिस स्टेशन के प्रभारी इंस्पेक्टर विश्वरंजन साहू ने बताया कि गिरफ्तार किए गए ठगी के आरोपियों के पास से कई चीजें बरामद की गई हैं। इनमें एक कार 28 हजार रुपए नकद, पांच मोबाइल फोन, कथित ‘मैजिक मिरर’ की रहस्यमयी शक्तियों को प्रदर्शित करने वाले वीडियो और संदिग्ध समझौते के कागजात शामिल हैं।