---विज्ञापन---

चूहों के पेशाब से फैली घातक बीमारी, बच्चों को बचाएं, आप भी जान लें लक्षण और इससे बचाव

Leptospirosis Infection Spread Due to Urine of Rats in UP: उत्तर प्रदेश में एक घाटक बीमार (इंफैक्शन) ने पैर पसारना शुरू कर दिया है। एक के बाद एक आए 10 मामलों को देखते हुए डॉक्टरों की चिंता बढ़ गई है। डॉक्टरों ने इसका नाम लिप्टोस्पायरोसिस बताया है। ये चूहों के पेशाब से फैलने वाला एक […]

Edited By : Naresh Chaudhary | Updated: Sep 9, 2023 15:24
Share :
Leptospirosis infection, Leptospirosis infection symptoms, Leptospirosis infection prevention, Leptospirosis symptoms and prevention, How to prevention Leptospirosis, Leptospirosis infection in UP, Uttar Pradesh

Leptospirosis Infection Spread Due to Urine of Rats in UP: उत्तर प्रदेश में एक घाटक बीमार (इंफैक्शन) ने पैर पसारना शुरू कर दिया है। एक के बाद एक आए 10 मामलों को देखते हुए डॉक्टरों की चिंता बढ़ गई है। डॉक्टरों ने इसका नाम लिप्टोस्पायरोसिस बताया है। ये चूहों के पेशाब से फैलने वाला एक संक्रमण है, जिसकी चपेट में छोटे बच्चे आ रहे हैं। डॉक्टरों का ये भी कहना है कि लिप्टोस्पायरोसिस, कोरोना वायरस से भी कई गुना खतरनाक है। लिहाजा स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट किया गया है।

वाराणसी में 10 बच्चे संक्रमित

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बुखार की शिकायत होने पर अलग-अलग अस्पतालों में 10 बच्चों को भर्ती कराया गया था। बुखार कम नहीं होने पर जब उनकी जांच कराई गई तो उनमें लिप्टोस्पायरोसिस के लक्षण पाए गए हैं। जब जिला स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी हुई तो हड़कंप मच गया। मीडिया रिपोर्ट में वाराणसी के जिला चिकित्साधिकारी डॉ. संदीप चौधरी ने कहा है कि उन्हें लिप्टोस्पायरोसिस केसों के मिलने की सूचना मिली है। इसके बाद जिले के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों के बाल रोग विभागों को अलर्ट किया गया है।

---विज्ञापन---

यह भी पढ़ेंः लू लगने पर शरीर में दिखते हैं ऐसे संकेत, करेंगे इग्नोर तो होगी दिक्कत और…

कोरोना से ज्यादा खतरनाक

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के जूलॉजी विभाग के प्रोफेसर ज्ञानेंश्वर चौबे की ओर से भी इस बारे में चिंता जताई गई है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि लिप्टोस्पायरोसिस बेहद घातक है। उन्होंने इसे कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक बताया है। लिप्टोस्पायरोसिस से मृत्युदर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस संक्रमण या बीमारी से मरने वालों का आंकड़ा डेढ़ प्रतिशत है। बताया कि ये बीमारी चूहों के पेशाब से होती है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस वायरल का बैक्टीरिया पानी में करीब छह महीने तक जिंदा रह सकता है।

---विज्ञापन---

ये हैं लक्षण, ऐसे करें बचाव

डॉक्टरों ने बताया कि इस वायरल से संक्रमित होने पर बुखार, कभी-कभी तेज बुखार (104 फारेनहाइट), शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दर्द, पेट में दर्द और आंखें लाल हो जाती हैं। इसके अलावा काफी तेज खासी भी होती है। खासी में खून भी आ जाता है। डॉक्टरों का कहना है कि इसके लिए बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है। घर में सफाई रखें। कोशिश करें कि घर में चूहे न रहें। अगर घर में कोई पालतू जानवर है तो उसे सफाई से रखें।

उत्तर प्रदेश की खबरों के लिए यहां क्लिक करेंः-

HISTORY

Written By

Naresh Chaudhary

First published on: Sep 09, 2023 03:24 PM
संबंधित खबरें