Budaun Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के दो चरण खत्म हो चुके हैं। अब 7 अप्रैल को तीसरे चरण के मतदान हैं। इस दौरान उत्तर प्रदेश के बदायूं के बेहद दिलचस्प मामला सामने आया है। बदायूं के दो वकीलों ने अपने पसंदीदा उम्मीदवार पर लाखों का दांव लगा दिया है।
2 लाख की शर्त
बदायूं के रहने वाले एडवोकेट सतेंद्र पाल और एडवोकेट दिवाकर वर्मा ने आपस में शर्त लगाई है। शर्त भी छोटी-मोटी नहीं बल्कि दो लाख का दांव लगा है। खबरों की मानें तो सतेंद्र पाल सिंह ने समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रत्याशी आदित्य यादव को सपोर्ट किया है तो वहीं दिवाकर वर्मा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार दिगविजय सिंह शाक्य पर दांव खेला है।
4 गवाहों ने किए हस्ताक्षर
दोनों वकीलों की ये शर्त मुंहबोली नहीं बल्कि कागजी बन चुकी है। शर्त लगाने के बाद दोनों ने कोर्ट में एफिडेविट बनवाया और उसपर अपने दस्तखत भी किए हैं। यही नहीं एफिडेविट पर 4 गवाहों के भी हस्ताक्षर मौजूद हैं। ऐसे में जो हारा उसे 2 लाख रुपए की रकम अदा करनी पड़ेगी।
बदायूं लोकसभा सीट
यूपी की बदायूं लोकसभा सीट को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है। 1991 में इस सीट से भाजपा नेता स्वामी चिन्मयानंद जीते थे। मगर 1996 से 2014 तक बदायूं पर सपा का कब्जा रहा है। हालांकि 2019 के आम चुनाव में यहां फिर से भाजपा ने जीत का परचम लहराया। बीजेपी नेता संघमित्रा मौर्य यहां से सांसद रहीं। 2024 के आम चुनाव में बीजेपी ने दिगविजय सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है तो सपा-कांग्रेस गठबंधन के तहत बदायूं में सपा ने आदित्य यादव को बतौर प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारा है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि बदायूं का दांव आखिर कौन जीतता है?