Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा के यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के किसानों की समस्या के समाधान के लिए बुधवार को प्राधिकरण में अहम बैठक हुई। बैठक में किसान एकता महासंघ के प्रतिनिधियों और यमुना प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच करीब ढाई घंटे तक गहन वार्ता हुई। 30 जुलाई को किसानों द्वारा की गई महापंचायत का मामला भी इस दौरान गर्माया। किसानों ने एक सुर में कहा है कि वह विकास के पक्ष में है, लेकिन प्राधिकरण को उनकी जायज मांगे माननी होगी।
10 पर्सेंट आवासीय प्लाॅट की मांग तेज
संगठन के जिला अध्यक्ष अरविंद सेक्रेटरी ने बताया कि महापंचायत में किसानों की 64.7 प्रतिशत अतिरिक्त मुआवजा, आबादी निस्तारण, बैक लीज, 10 पर्सेंट आवासीय प्लॉट, शिक्षा, चिकित्सा और युवाओं को रोजगार जैसी मांग की गई है। इस संबंध में 9 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन यमुना विकास प्राधिकरण के अधिकारी को सौंपा गया है। यह वो मांग है जिन पर किसी भी कीमत में समझौता नहीं किया जाएगा।
किसानों की सुनी समस्याएं
प्राधिकरण की ओर से सीईओ राकेश कुमार सिंह, ओएसडी शैलेन्द्र सिंह, अभिषेक शाही और कृष्ण गोपाल सहित अन्य अधिकारियों ने किसानों की समस्याओं को विस्तार से सुना। अधिकारियों ने सभी मांगों के जल्द निस्तारण का आश्वासन देते हुए संबंधित विभागों को कार्रवाई के निर्देश भी दिए।
किसानों में नाराजगी
बैठक में किसान नेताओं ने जोर देकर कहा कि लंबे समय से लंबित समस्याओं को लेकर किसानों में गहरी नाराजगी है। अब उन्हें समाधान की अपेक्षा है न कि आश्वासन की। यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने भी संवाद के जरिए समाधान की पहल को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाने की बात कही।
यह लोग रहे मौजूद
इस मौके पर मास्टर इंद्रपाल, हरवीर नागर, उमेद कसाना, नरेश चपरगढ़, संजय कसाना, रवि नागर, अमित नागर, बलराज नागर, श्यामवीर भाटी, राजेंद्र, जग्गी पहलवान, नीरज नागर, विदेश नागर, प्रभु नागर, रजपाल भगत, गजराज कसाना, हरेंद्र कसाना, जयप्रकाश, बिरम सिंह, संदीप कसाना, गौरव अंबावता सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।