Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण भूजल संरक्षण को लेकर गंभीर नजर आ रहा है। सीईओ एनजी रवि कुमार की पहल और एसीईओ प्रेरणा सिंह की निगरानी में जल-सीवर विभाग ने कासना एसटीपी से एच्छर तक शोधित जल (ट्रीटेड वॉटर) की डिस्ट्रीब्यूशन लाइन बिछा दी है। लंबे समय से इसकी मांग चल रही थी। शनिवार को यह काम पूरा कर लिया गया है।
12 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई गई
करीब 12 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई गई है। इससे पार्कों और ग्रीन बेल्ट की सिंचाई होगी। इसके अलावा कमर्शियल इकाइयों की जल जरूरतें भी ट्रीटेड वॉटर से पूरी की जा सकेंगी। इससे भूजल पर निर्भरता घटेगी और जल संरक्षण को बल मिलेगा। आने वाले समय में कई अन्य जगह यह पाइपलाइन बिछाने की योजना है।
अब भूजल की नहीं पड़ेगी जरूरत
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक (जल) राजेश कुमार ने बताया कि अब तक एच्छर क्षेत्र के पार्कों और ग्रीन बेल्ट की सिंचाई के लिए भूजल का दोहन किया जाता था। लेकिन अब इस शोधित जल लाइन से सीधे कनेक्शन देकर सिंचाई की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि आवश्यकता अनुसार आसपास के ईकोटेक-1 एक्सटेंशन जैसे औद्योगिक क्षेत्रों को भी ट्रीटेड वॉटर की आपूर्ति की जाएगी। उद्योगों की मांग पर छोटी पाइपलाइन डालकर कनेक्शन दिया जाएगा।
ग्रीन जोन और उद्योग दोनों को होगा फायदा
यह परियोजना एक साथ दो अहम क्षेत्रों को लाभ देगी। शहरी हरियाली को सींचने के लिए वैकल्पिक जल स्रोत उपलब्ध होगा। उद्योगों को उत्पादन में इस्तेमाल के लिए कम लागत और पर्यावरण-अनुकूल विकल्प मिलेगा। भविष्य की जरूरत को ध्यान में रखकर यह कदम उठाया गया है। जल संकट और गिरते भूजल स्तर को देखते हुए इस तरह की परियोजनाएं भविष्य के लिए अत्यंत आवश्यक है।
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