Greater Noida News: नोएडा से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। यहां सेक्टर 121 में क्लियो काउंटी सोसायटी में रहने वाले मां और बेटे ने जहर खाकर अपनी जान देने की कोशिश की है। दरअसल, ये लोग काफी समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहा था।
दोनों कों गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महिला के भाई की सूचना पर फेज 3 कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मां-बेटे को बचाया। हालांकि, दोनों की हालत अभी नाजुक है।
सीमा गर्ग अपने बेटे के साथ रहती है
सोसायटी में सीमा गर्ग अपने बेटे सिद्धार्थ गर्ग के साथ सोसायटी में रहती है। सीमा के पति की कुछ दिनों पहले मौत हो चुकी है। परिवार के मुखिया की मौत के बाद आर्थिक स्थिति लगातार बिगड़ती गई। मंगलवार रात सीमा के भाई प्रदीप ने कई बार बहन को फोन किया। फोन नहीं उठने पर उन्होंने फेज 3 कोतवाली जाकर सूचना दी कि उनकी बहन व भांजा दोनों फोन नहीं उठा रहे है। पुलिस ने देरी किए बगैर तत्काल सोसायटी में सूचना दी और मौके पर पहुंची।
मिस्त्री को बुलवाकर खुलवाया दरवाजा
रात के समय ही पुलिस ने सजगता दिखाते हुए सोसायटी में मेंटेनेंस स्टाॅफ के साथ मिस्त्री को बुलवाया और दरवाजा खुलवाया। अंदर जाने पर देखा कि सीमा व उसका बेटा सिद्धार्थ दोनों बेसुध होकर बेड पर पड़े है। दोनों के मुंह से झाग निकल रहा था। दोनों को अस्पताल ले जाया गया तब पता चला कि दोनों ने जहर खाया है। गंभीर स्थिति देखते हुए दोनों को दिल्ली रेफर कर दिया गया है।
दो महीने पहले हुई सुधीर की मौत
सीमा के पति कारोबारी थे। दो महीने पहले पति सुधीर गर्ग की मौत हो गई थी। परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो गई कि किराया भी नहीं दिया था। आर्थिक स्थिति खराब होने से मां-बेटे मानसिक रूप से परेशान हो गए थे। आशंका है कि इसी के चलते दोनों ने मौत जैसा खतरनाक कदम उठाया। हालांकि दोनों का उपचार अभी जारी है।
क्या बोली पुलिस?
डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि मां-बेटे का इलाज चल रहा है। पुलिस को जैसे ही सूचना मिली तुरंत टीम ने मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू कर दोनों को फ्लैट से बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है।
ये भी पढ़ें- गाजियाबाद के मोदीनगर और निवाड़ी कोतवाल क्यों किए गए लाइन हाजिर? नए अफसरों को मिली थाने की कमान