Ghaziabad News: गाजियाबाद के जिला महिला चिकित्सालय में एक महिला चिकित्सक की बड़ी लापारवाही सामने आई है। आरोप है कि महिला ने चिकित्सक ने सिजेरियन प्रसव के दौरान एक महिला के पेट में रूई छोड़ दी। इसके बाद महिला डिस्चार्ज भी हो गई। महिला के पेट में लगातार दर्द होने के कारण फिर से महिला का अल्ट्रासाउंड कराया गया, तो मामने की सच्चाई सामने आई। इसके बाद महिला के पेट से ऑपरेशन करके रूई निकाली गई। वहीं इस मामले की गंभीरता को देखते हुए अस्प्ताल की सीएमए ने महिला चिकित्सक को नोटिस जारी किया है और मामले की जांच की जा रही है।
ऑपरेशन के ढाई माह बाद निकाली गई रूई
जानकारी के अनुसार, एक गांव निवासी प्रीती को अप्रैल माह में प्रसव पीड़ा होने पर जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताया गया है कि इस दौरान सिजेरियन प्रसव के बाद बेटे का जन्म हुआ था। बताया गया है कि प्रीती का प्रसव ऑपरेशन बागपत से प्रक्षिण पर गाजियाबाद आई एक महिला चिकित्सक की निगरानी में किया गया था। ऑपरेशन के बाद से ही महिला प्रीती के पेट में लगातार दर्द हो रहा था। बताया गया है कि लगभग ढाई महिने बाद महिला को पेट दर्द झेलना भारी होने लगा। इस पर चिकित्सकों ने महिला के पेट का अल्ट्राउंड़ किया, मामले की सच्चाई सामने आई है। इसके बाद चिकित्सकों ने प्रीती का फिर से ऑपरेशन करके रूई को बाहर निकाला। बताया गया है कि दूसरे ऑपरेशन के बाद महिला की तबीयत भी ठीक नहीं है।
महिला चिकित्सक को नोटिस जारी
वहीं इस मामले का संज्ञान लेते हुए सीएमएस ने संबंधित चिकित्सक को नोटिस जारी किया है और स्पष्टीकरण मांगा है। बताया गया है कि जिस महिला चिकित्सक पर आरोप है वह बागपत से कुछ दिनों के लिए प्रशिक्षण के लिए आई थी। वहीं महिला के परिजनों ने फिलहाल इस मामले में कोई शिकायत नहीं की है। परिजनों का कहना है कि दूसरे ऑपरेशन के बाद प्रीती की हालत ठीक नहीं है। उसे उठने, बैठने में काफी परेशानी हो रही है। परिजनों का कहना है कि अस्पताल से छुट्टी होने के बाद मामले में शिकायत की जाएगी।