Ghaziabad News: यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट द्वारा गाजियाबाद के कविनगर क्षेत्र में संचालित हो रहे एक अवैध दूतावास का भंडाफोड़ करत हुए हर्षवर्धन जैन को गिरफ्तार किया था। पकड़ा गया आरोपी कविनगर में किराए का मकान लेकर खुद को 4 काल्पनिक देशों का राजनयिक बताकर फर्जी दूतावास चला रहा था। हर्षवर्धन खुद को एम्बेसडर या कॉन्सुल बताकर लोगों के साथ ठगी करता था। आरोपी इस किराए के मकान में पिछले 6 माह से फर्जी दूतावास चला रहा था। इससे पहले वह इसी किराए के मकान के पास अपने मकान में 2016 से इस कार्य को कर रहा था। आरोपी द्वारा UK और GULF देशों में 2 दर्जन से अधिक फर्जी कंपनियों को बनाकर ठगी की घटनाएं की है।
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कई कंपनियों को लोन दिलाने के नाम पर ली थी 25 मिलियन पाउंड की दलाली ली
जांच में सामने आया है कि साल 2008 से 2011 के बीच कई कंपनियों को 70 मिलियन पाउंड का लोन दिलाने के नाम पर 25 मिलियन पाउंड की दलाली ली थी। जिसके बाद 2022 में एहसान को लंदन पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जिसके बाद न्यायालय ने एहसान को लोन दिलाने के नाम पर दलाली लेने के आरोप में साढ़े 6 साल की सजा सुनाई थी। 2006 से 2018 तक आरोपी विभिन्न देशों के बहुत से नामी लोगों के संपर्क में रहा है। आरोपी के पास से बरामद खातों की डिटेल से पता लगा है कि उसके देश विदेश के बैंकों में 10 खाते है। जिनमें से 6 खाते यूएई, 3 खाते यूके, 1 मॉरिशस और एक खाता इंडिया में है। आरोपी कितने की धोखाधड़ी कर चुका है। इसके अलावा आरोपी द्वारा बनाई गई कंपनी के बारे में डाटा एकत्र किया जा रहा है और गाजियाबाद में उसके साथ उसके ओर कौन-कौन साथी इस काम में उसके साथ थे। इसका भी पता लगाया जा रहा है।
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कंपनियों के काम कराने और विदेशों में नौकरी दिलाने के नाम पर करता था दलाली
नोएडा एसटीएफ के एएसपी राजकुमार मिश्रा ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी हर्षवर्धन खुद को नेट पर बनाए गए फर्जी तथाकथित देशों वेस्ट आर्कटिक, सबोर्गा, पोल्विया और लोडोनिया जैसे काल्पनिक देशों का राजनयिक बताकर लोगों को नौकरी दिलाने और कंपनियों के काम कराने का झांसा देकर धोखाधड़ी करता था। आरोपी ने वर्ष 2011 में गल्फ देश की यात्रा के दौरान सेटेलाइट फोन लेकर गाजियाबाद पहुंचा था। जिसके बाद जानकारी होने पर आरोपी के खिलाफ कविनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई थी। आरोपी लोगों को अपने प्रभाव में लेने के लिए इन फर्जी देशों के झंड़े घर पर और लग्जरी गाड़ियों पर लगाता था। अरोपी के पास से बरामद सभी दस्तावेजों और खातों की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही पूरा मामला सामने आएगा।
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आरोपी के पिता गाजियाबाद के जाने-माने उद्योगपति
नोएडा एसटीएफ के एएसपी राजकुमार मिश्रा ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में बताया कि आरोपी पिछले 6 माह से इस किराए के मकान में फर्जी दूतावास चला रहा था। इससे पहले वह वर्ष 2016 से अपने मकान में यह काम कर रहा था। आरोपी लगभग 150 विदेश यात्रा कर चुका है। पकड़े गए आरोपी हर्षवर्धन के पिता एचडी जैन गाजियाबाद के जाने-माने उद्योगपति रहे हैं। आरोपी ने गाजियाबाद से बीबीए और लंदन से एमबीए किया है। पूछताछ में पता चला कि आरोपी ने यूके और गल्फ देशों में बहुत सी फर्जी कंपनी बनाई थी। यूके में स्टेट ट्रेडिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड, यूएई आइसलैंड जनरल ट्रैडिंग कंपनी, इस्ट इंडिया कंपनी यूके लिमिटेड, मॉरिशस में इंदिरा ओवरसीज लिमिटेड, कैमरून इस्पात एसएआएल नाम से कंपनी बनाई थी। आरोपी के साथ हैदराबाद निवासी एहसान अली सैयद की वेस्टर्न एडवाइजरी ग्रुप स्विटजरलैंड और बेहरीन बेस्ड कंपनी थी।