यूपी के गाजियाबाद के मोरटा इलाके में स्थित एक पेट्रोल पंप पर डाले गए डीजल से 30 गाड़ियों में खराबी का बड़ा मामला सामने आया है। पेट्रोल पंप से डीजल भरवाने के बाद कई गाड़ियां अचानक ही खराब हो गईं। लोगों की गाड़ियां सड़क पर अलग जगह-जगह बंद पड़ गई। इस घटना के बाद लोगों ने इसकी शिकायत पुलिस थाने में की है।
क्या है पूरा मामला?
इस मामले में लगभग 30 गाड़ियों के मालिकों ने पुलिस में शिकायत दर्ज की है। दरअसल, 26 से 29 अगस्त के बीच मोर्टा स्थित एक पेट्रोल पंप पर डीजल भरवाने के कुछ ही घंटों बाद ही गाड़ियां खराब हो गईं। इनमें किआ सोनेट, किआ सेल्टोस, स्कॉर्पियो, इनोवा और फॉर्च्यूनर के इंजन में खराबी आ गई थी।
लोगों ने लगाए आरोप
इस घटना के बाद गुस्साए लोगों ने पहले तो जमकर हंगामा कर दिया। फिर उन्होंने कहा कि डीजल में मिलावट होने के कारण उन सभी की गाड़ियां खराब हुई है। उनका आरोप है कि डीजल में पानी मिलाया गया है। वहीं, इस मामले के बाद अब कार मालिकों को भारी नुकसान का डर लग रहा है और अनुमान जताया जा रहा है कि हर एक गाड़ी को ठीक करने में कम से कम लाखों का खर्चा आ सकता है।
लोगों ने किया प्रदर्शन
इस घटना के बाद कार मालिकों ने मिलकर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, इस मामले में पेट्रोल पंप के मैनेजर ने कुछ भी जिम्मेदारी लेने से साफ मना कर दिया है। इसलिए सभी ने मिलकर पुलिस को बुलाया है और कंज्यूमर फोरम का भी रुख करेंगे। वहीं लोगों ने बताया कि इस दौरान स्टेशन पर सैकड़ों कारों और ट्रकों में तेल भरा गया, जिससे नुकसान संख्या से कहीं ज्यादा हो सकता है।
इस मामले में ऑटोमोबाइल एक्सपर्ट के मुताबिक, गंदा डीजल फिल्टर और इंजेक्टरों को गंभीर नुकसान कर सकता है, जिसके कारण अक्सर उन्हें बदलना महंगा पड़ता है। इसके अलावा फ्यूल में मौजूद छोटा सा मलबा भी इंजेक्टरों को जाम कर सकता है और पंपों को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे मामलों में फिल्टरों को समय पर बदलना बेहद जरूरी है।
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