G20 Meeting in Varanasi: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में दुनियाभर के जी-20 देशों की बैठक का आयोजन हो रहा है। सीएम योगी और विदेश मंत्री एस जयशंकर वाराणशी में पहुंच चुके हैं। इसी क्रम में मेहमानों के लिए रविवार को काशी के दशाश्वमेध घाट पर विश्व विख्यात गंगा आरती को दिखाया गया।
शंखनाद, घंटे-घड़ियाल, डमरू की आवाज और मां गंगा के जयकारे ने मेहमानों को रोमांचित कर दिया। मां गंगा की महाआरती भव्य स्वरूप में शुरू हुई। 09 अर्चकों ने मां गंगा की आरती उतारी, तो 27 रिद्धि-सिद्धि भी मौजूद रही। घाट को फूल मालाओं और दीपकों से सजाया गया था। गंगा आरती की शुरुआत देवाधिदेव महादेव की प्रतिमा पर पुष्प वर्षा कर गणपति पूजन के साथ हुई।
#WATCH | EAM Dr S Jaishankar and G20 delegates attend Ganga aarti in Varanasi, Uttar Pradesh pic.twitter.com/toh2WVOL29
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 11, 2023
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विदेश मंत्री एस जयशंकर कर रहे मेहमानों की मेजबानी
20 देशों के विकास मंत्रियों समेत 200 विदेशी प्रतिनिधियों का नेतृत्व भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर कर रहे थे। बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर शनिवार को ही वाराणसी पहुंच गए थे। रविवार सुबह उन्होंने एक बूथ अध्यक्ष के घर पर नाश्ता किया था। इसके बाद वे विदेशी मेहमानों की मेजबानी में लग गए।
बताते चलें कि वाराणसी में सबसे पहले गंगा आरती की शुरुआत साल 1991 में दशाश्वमेध घाट पर हुई थी। तभी से लगातार शाम के समय सूर्यास्त के बाद आरती की जाती है। गंगा जल के साथ-साथ गंगा आरती की मान्यता धार्मिक तौर पर काफी महत्व रखती है। वैसे तो मां गंगा की कई जगह आरती होती हैं, लेकिन काशी की गंगा आरती खास होती है।