Badrinath Highway: उत्तराखंड (Uttarakhand) में प्रकृति का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है। जोशीमठ में सैकड़ों मकानों, इमारतों और होटलों में दरारों के बाद कुछ समय तो मामला शांत रहा, लेकिन उत्तराखंड प्रशासन के लिए फिर से मुश्किलों का दौर शुरू हो गया है, क्योंकि उत्तराखंड में चार धाम यात्रा शुरू होने वाली है। उससे पहले यहां बद्रीनाथ हाईवे (Badrinath Highway) पर ताजा दरारें देखी गई हैं।
हाईवे पर 10 किमी के क्षेत्र में दिखी दरारें
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण शुरू होने वाला है। इसी के बीच जोशीमठ के पास बद्रीनाथ राजमार्ग पर कथित तौर पर नई दरारें देखी गई हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि जोशीमठ और मारवाड़ी के बीच 10 किमी के क्षेत्र में ये दरारें देखी गई हैं।
इसके अलावा चमोली जिले के डीएम हिमांशु खुराना ने रविवार को कर्णप्रयाग के बहुगुणा नगर, सुभाष नगर और ऊपरी बाजार में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। साथ ही इलाके के प्रभावित लोगों से बात की।
Uttarakhand | Chamoli DM Himanshu Khurana did a ground inspection of the landslide-affected areas in Bahuguna Nagar, Subhash Nagar and Upper Bazar of Karnprayag. He met the affected people and said that all possible help would be provided to the them. pic.twitter.com/etVZT3K6p7
---विज्ञापन---— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 20, 2023
चमोली जिलाधिकारी ने किया मकानों का निरीक्षण
इस दौरान डीएम खुराना ने कहा कि प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद मुहैया कराई जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि भूस्खलन के कारण जिन भवनों में ज्यादा दरारें आ गई हैं, उन्हें खाली कराकर सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जाए।
डीएम ने कहा गया जो लोग किराए पर जाना चाहते हैं, उन लोगों को भी छह महीने का किराया दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने एसडीएम को प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए। इमारतों में दरारों की निगरानी के लिए क्रैकोमीटर भी लगाए जा रहे हैं।
प्रभावितों के लिए तैयार हो रहे हैं प्रीमेड होम
बता दें कि इससे पहले डीएम खुराना ने 2 फरवरी को भू-धंसाव के कारण पलायन कर रहे प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए बन रहे प्रीमेड होम बनाए जा रहा स्थल का निरीक्षण किया था। इसके बाद जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था को जल्द से जल्द काम पूरा करने के निर्देश दिया है।