उत्तर प्रदेश में भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार के 8 साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर आज मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेशवासियों को संबोधित किया और अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 25, 26, 27 मार्च को प्रदेश में सरकार की योजनाओं और कामकाज के बारे में जनता को बताया जाएगा। बेटियां और व्यापारी पहले असुरक्षित थे। प्रदेश ने दंगे झेले। प्रदेश पहले बीमार राज्य था। 2017 से पहले प्रदेश के किसान आत्महत्या कर रहे थे, लेकिन हमारी सरकार ने लघु सीमांत किसानों की कर्जमाफी की। बंद पड़ी चीनी मिलों को रिवाइव किया।
अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई। नवंबर 2020 में उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम लागू किया। इस कानून के तहत जबरन या छल से धर्म परिवर्तन करवाने पर 10 साल तक की सजा और 5 लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान किया गया। लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, कानपुर नगर, वाराणसी, आगरा, गाजियाबाद, प्रयागराज में पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था लागू की गई। 16 क्षेत्रीय मुख्यालयों में एक-एक साइबर क्राइम थाना खोला गया। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत प्रदेश के 15 करोड़ गरीबों को निशुल्क राशन वितरण किया गया।
भाजपा, उत्तर प्रदेश सरकार के सेवा, सुरक्षा और सुशासन की नीति के 08 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर प्रेसवार्ता..#8YearsUPYogiGov https://t.co/YlPZCAxlsr
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) March 24, 2025
योगी सरकार के 8 साल में विकास कार्य
योगी आदित्यनाथ सरकार ने उत्तर प्रदेश में 8 साल में 7.50 लाख सरकारी नौकरियां दी। एक जिला एक मेडिकल कॉलेज के तहत हर जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना की। अनाथों के लिए योगी सरकार नाथ बनी और बेघरों को उनका अपना आशियाना मिला। श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद, श्री देवीपाटन तीर्थ विकास परिषद, उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद, श्री विंध्य धाम तीर्थ विकास परिषद, श्री चित्रकूट धाम तीर्थ विकास परिषद, नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास परिषद एवं श्री शुक्र तीर्थ विकास परिषद का गठन हुआ।
श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर, अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण, अयोध्या दीपोत्सव, ब्रज रंगोत्सव, काशी की देव दीपावली, नैमिष तीर्थ एवं शुक्र तीर्थ का पुनरुद्धार, मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा का 100 साल बाद पुनः प्रतिष्ठापन, सोरों-सूकर क्षेत्र विकास जैसे ऐतिहासिक कार्य हुए। उत्तर प्रदेश सर्वाधिक पर्यटक आगमन वाला राज्य बना। साल 2024 में जनवरी से दिसंबर तक 66 करोड़ पर्यटक आए, जिनमें 1401127 विदेशी पर्यटक थे। महाकुंभ 2025 में देश-विदेश से 66 करोड़ 30 लाख श्रद्धालुओं ने संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाई।
पर्यटकों की सुविधा हेतु लखनऊ से दुधवा नेशनल पार्क के लिए हेलीकॉप्टर सेवा की शुरुआत की गई। रामायण परिपथ, बौद्ध परिपथ, आध्यात्मिक परिपथ, शक्तिपीठ परिपथ, कृष्ण/ब्रज परिपथ, बुंदेलखंड परिपथ, महाभारत परिपथ, क्राफ्ट परिपथ, स्वतंत्रता संग्राम परिपथ, जैन परिपथ एवं वाइल्डलाइफ एंड इको टूरिज्म परिपथ का विकास किया गया। PPP मॉडल पर चित्रकूट, बरसाना एवं अष्टभुजा-कालीखोह में रोपवे परियोजना की शुरुआत की गई। आगरा और मथुरा में हेलीपोर्ट शुरू किए। लखनऊ, प्रयागराज एवं कपिलवस्तु में हेलीपोर्ट सेवा की सुविधा दी गई।