Caste census in up: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने जातिगत जनगणना पर अपना समर्थन दिया है। दरअसल, शनिवार को उपमुख्यमंत्री उन्नाव के नवाबगंज में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां कार्यक्रम खत्म होने के बाद उन्होंने मीडिया में बयान दिया कि ‘जातिगत जनगणना होनी चाहिए, मैं जातिगत जनगणना का समर्थन करता हूं।
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सपा नेता अखिलेश यादव ने की थी मांग
इससे पहले सपा नेता अखिलेश यादव समेत अन्य कुछ लोग भी उत्तर प्रदेश में जातिगत जनगणना की मांग उठा चुके हैं। उपमुख्यमंत्री का बयान एक तरह से उनकी मांग को समर्थन करता है। वह भाजपा के पहले नेता हैं जो यूपी में इस तरह की मांग कर रहे हैं।
जाति जनगणना कोई आज की मांग नहीं है। अंग्रेजों ने किसी जमाने में इस पर समझौता किया और संविधान के अधिकार तभी मिल सकते हैं जब जाति जनगणना सही पता होगा। समाजवादियों का मानना है कि जाति जनगणना होनी चाहिए, हमारी सरकार जैसे ही बनेगी हम जाति जनगणना कराएंगे: समाजवादी प्रमुख अखिलेश यादव pic.twitter.com/R2WgjoPbea
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 22, 2023
बिहार में करवाई जा रही जातिगत जनगणना
बता दें इससे पहले भी उपमुख्यमंत्री मीडिया में इस तरह के बयान दे चुके हैं। उनके इस बयान से प्रदेश की राजनीति गर्मा गई है। गौरतलब है कि इस समय बिहार में प्रदेश सरकार के द्वारा जाति के आधार पर जनगणना कराई जा रही है। गौरतलब है कि 7 जनवरी से बिहार में जाति आधारित सर्वे शुरू हो गया है। इस परियोजना पर 500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सरकार दो चरणों में इसे पूरा करेगी। पहला चरण में सभी घरों की संख्या की गणना की गई है। दूसरे चरण में मार्च से सभी जातियों, उप-जातियों और धर्मों के लोगों से संबंधित डेटा एकत्र किया जाएगा।
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