भारतीय कुश्ती संघ के पुराने अध्यक्ष और भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह फिर से अपने बयान की वजह से चर्चा में हैं। औरंगाबाद में प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने जाति जनगणना, कश्मीर, ऑपरेशन सिंदूर और महिलाओं पर होने वाले अत्याचार जैसे मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी। जब उनसे जाति जनगणना के बारे में पूछा गया, तो वे गुस्सा हो गए और तंज कसते हुए बोले कि अगर जनगणना का बम फटा, तो ऊंची जातियों के लोग आसमान में उड़ जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि हर मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए और देश का हित सबसे पहले होना चाहिए। बृजभूषण के ये तेवर और बयान फिर से लोगों की नजरों में आ गए हैं।
जातीय जनगणना पर भड़के बृजभूषण
औरंगाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह ने जातीय जनगणना पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि देश में जाति के आधार पर जनगणना की मांग बहुत पहले से हो रही है। यह मांग सबसे पहले बिहार और उत्तर प्रदेश से शुरू हुई थी। उन्होंने कहा कि कुछ लोग जातीय जनगणना को लेकर डर फैला रहे हैं, जैसे अगर यह जनगणना हो गई तो कोई बहुत बड़ी बात हो जाएगी या सवर्णों (ऊंची जातियों) को देश छोड़ना पड़ेगा। बृजभूषण सिंह ने मजाक करते हुए कहा, “चाहे हमें आसमान में भेज दो, लेकिन जातीय जनगणना जरूर होनी चाहिए।” उन्होंने यह भी साफ किया कि वह किसी एक जाति के नेता नहीं हैं। वह पूरे समाज की बात करते हैं और सभी जातियों के लिए काम करते हैं।
ऑपरेशन सिंदूर पर बृजभूषण का गर्व
बृजभूषण शरण सिंह ने हाल ही में हुए देश के सैन्य ऑपरेशन ‘सिंदूर’ की बहुत तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन देश के लिए गर्व की बात है। इसमें सभी राजनीतिक पार्टियों ने सरकार का साथ दिया। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि युद्ध के बाद कुछ लोग ऐसे सवाल उठा रहे हैं, जो सही नहीं है। उन्होंने 1971 की बात भी की जब भारत ने पाकिस्तान से युद्ध जीतकर 62 हजार पाकिस्तानी सैनिकों को बंदी बनाया था। तब POK (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) को लेकर कोई शर्त क्यों नहीं रखी गई थी, यह उन्होंने पूछा। उन्होंने बताया कि कश्मीर की समस्या आजादी के समय से चली आ रही है और धारा 370 ने इसे और मुश्किल बना दिया था। भाजपा ने हमेशा इसका विरोध किया और आखिरकार मोदी सरकार ने धारा 370 को हटा दिया।
कश्मीर की समस्या और धारा 370 पर बोले भाजपा नेता
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि जब जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाई गई, तो कुछ लोगों ने कहा था कि वहां बहुत खून-खराबा होगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। इसके बजाय जब पहलगाम में आतंकी हमला हुआ तो सरकार ने सेना को पूरा अधिकार दिया। हमारी सेना ने पाकिस्तान में जाकर आतंकियों के ठिकानों पर हमला किया और मसूद अजहर के परिवार के 14 लोगों को मार दिया। इतना असर हुआ कि मसूद अजहर खुद रो पड़ा। बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि भारत शांति चाहता है, लेकिन अगर कोई आतंक फैलाएगा तो उसे उसी तरह का जवाब मिलेगा।
महिला उत्पीड़न के कानूनों के दुरुपयोग पर उठाए सवाल
प्रेसवार्ता के अंत में जब उनसे महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि यह पुराना मामला है और वह पहले ही इस पर जवाब दे चुके हैं। लेकिन उन्होंने कहा कि देश में महिला उत्पीड़न, दहेज प्रथा, दलित उत्पीड़न और यौन उत्पीड़न जैसे कानूनों का गलत इस्तेमाल हो रहा है। ये कानून इसलिए बने थे ताकि जो लोग परेशान हैं उन्हें न्याय मिल सके, न कि किसी बेगुनाह को फंसाया जाए। बृजभूषण शरण सिंह ने बताया कि वह समय-समय पर ऐसे मुद्दों को अलग-अलग जगह उठाते रहते हैं, लेकिन संसद में हर किसी को बोलने का मौका नहीं मिलता। इस प्रेसवार्ता में औरंगाबाद के पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह और भाजपा के नेता अश्विनी कुमार सिंह भी मौजूद थे।