'आई लव मोहम्मद' विरोध पर राज्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा, "योगी सरकार के तहत किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं है. सरकार और प्रशासन निश्चित रूप से अपना काम करेगा।
Bareilly Violence Row Live: उत्तर प्रदेश के बरेली में बवाल हो गया है. नमाज के बाद बड़ी संख्या में भीड़ सड़क पर उतर गई और फिर I Love Muhammad के पोस्टर लेकर नारेबाजी शुरू कर दी. पुलिस ने बैरिकेड लगाए थे, जिसे प्रदर्शनकारियों ने तोड़ दिया. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की और लाठीचार्ज कर दिया. लाठीचार्ज के कई वीडियो सामने आए हैं. बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर विवाद को लेकर सड़क पर उतरे थे और आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने प्रदर्शन का आह्वान किया था.
बताया जा रहा है कि इस प्रदर्शन में खुद मौलाना तौकीर रजा तो शामिल नहीं हुए. उग्र होती भीड़ को पुलिस ने समझाने की कोशिश की लेकिन भीड़ मानने को तैयार नहीं हुई. भीड़ ने बैरिकेड तोड़ते हुए आगे बढ़ने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने बल का प्रयोग किया. इसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया था. बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है. पुलिस का कहना है कि माहौल शांतिपूर्ण है. अब हिंसा में शामिल लोगों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है.
बरेली के डीएम अविनाश सिंह ने कहा कि कुछ ही दिन पहले एक संगठन ने शुक्रवार को एक मार्च निकालने और विरोध प्रदर्शन के समर्थन में एक ज्ञापन सौंपने की योजना बनाई थी. हमने उन्हें पहले ही लिखित में सूचित कर दिया था कि अगर वे ऐसा कोई कदम उठाना चाहते हैं तो उन्हें लिखित अनुमति लेनी होगी क्योंकि पूरे जिले में बीएनएस की धारा 163 लागू है. इसके बावजूद, कुछ लोग शुक्रवार की नमाज़ के बाद सड़कों पर उतर आए और शांति भंग करने की कोशिश की. इसके बाद, हमारे मजिस्ट्रेट और पुलिस ने मौके पर ही सख़्त कार्रवाई की, जिससे लोग अपने घरों को लौटने को मजबूर हो गए. पहली नजर में ऐसा लगता है कि यह घटना पहले से तय थी.
#watch | UP | On 'I love Mohammad' protest, Bareilly DM Avinash Singh says, "... Just a few days ago, an organisation planned to hold a march on Friday and submit a memorandum in support of a protest. We had already informed them in writing that if they wanted to take such… pic.twitter.com/VSVVpO0Lyl
— ANI (@ANI) September 26, 2025
बरेली में 'आई लव मोहम्मद' के विरोध प्रदर्शन और पथराव के बाद सुरक्षा कड़ी कर दी गई और बाजार बंद कर दिए गए।
#watch | UP: Security tightened and markets closed after 'I Love Mohammad' protests and stone pelting in Bareilly. pic.twitter.com/KEm45LEbZD
— ANI (@ANI) September 26, 2025
लखनऊ के ज्वाइंट सीपी बबलू कुमार ने कहा कि हमने लखनऊ पुलिस के सभी अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं. सभी अलर्ट पर हैं. हम सभी पक्षों और धार्मिक नेताओं से बात कर रहे हैं. आज जुमे की नमाज सुरक्षित रूप से संपन्न हुई. लोगों ने बहुत अच्छा सहयोग किया और पुलिस, प्रशासन और धार्मिक नेताओं समेत सभी पक्षों के बीच बेहतरीन समन्वय रहा.
#watch | Uttar Pradesh | Lucknow Joint CP Babloo Kumar says, "We have instructed all the officers of the Lucknow Police. Everyone is on alert... We are speaking with all the stakeholders and religious leaders... Today's Friday prayers were held safely... People cooperated very… pic.twitter.com/fltg1kXfdC
— ANI (@ANI) September 26, 2025
यूपी के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा है कि यूपी सरकार सभी धर्मों और जातियों के लोगों के साथ खड़ी है। योगी सरकार सभी का विकास सुनिश्चित करती है। अगर कोई भी व्यक्ति किसी भी धर्म के लोगों को गलत दिशा में प्रेरित करता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"
#watch | Lucknow | UP Minority Affairs Minister Danish Azad Ansari says, "UP government stands by people of all religions and castes. The Yogi government ensures the development of all. If any person motivates people of any religion in the wrong direction, then legal action will… pic.twitter.com/ShyqUrUfIg
— ANI (@ANI) September 26, 2025
आईजी अजय साहनी ने बरेली में हुई घटना को लेकर कहा है कि आज सुबह से ही पुलिस लगातार लोगों से बात कर रही थी. उन्हें शांतिपूर्वक नमाज पढ़ने और फिर घर जाने को कहा गया था. 90% से 95% लोगों ने शांतिपूर्वक नमाज पढ़ी और फिर घर चले गए. अचानक कुछ उपद्रवी तत्व आ गए और पथराव और गोलीबारी शुरू कर दी. इस घटना की व्यापक वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई. पुलिस ने घटनास्थल पर मिले कुछ लोगों को गिरफ़्तार भी किया है. शहर में तीन-चार जगहों पर यह घटना हुई. 10 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए. एक साजिश रची गई थी, इसीलिए अचानक इतने सारे लोग तैयार होकर आगे आए. इस तरह के जमावड़े की कोई इजाज़त नहीं दी गई थी.