उत्तर प्रदेश के बदायूं में दो युवतियों ने लव जिहाद का शिकार बनने के बाद पुरुषों से पूरी तरह भरोसा खो दिया। धोखा खाने के बाद उन्होंने एक अनोखा कदम उठाते हुए एक-दूसरे से शादी कर ली। यह घटना कलेक्ट्रेट परिसर स्थित शिव मंदिर में घटी, जहां दोनों युवतियों ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाकर जीवनभर साथ रहने की कसम खाई। दोनों लड़कियां एडवोकेट दिवाकर वर्मा के पास पहुंचीं और उन्होंने बताया कि वे एक-दूसरे की सहेली हैं और बीते तीन महीने से साथ रह रही हैं। उन्होंने कहा कि वे पति-पत्नी की तरह जीवन बिताना चाहती हैं। हालांकि भारत में एक ही लिंग के व्यक्तियों के बीच विवाह को कानूनी मान्यता नहीं है, फिर भी उन्होंने सामाजिक तौर पर अपने रिश्ते को स्वीकारते हुए मंदिर में विवाह किया।
नाम बदलकर मुस्लिम युवकों ने फंसाया
युवतियों का आरोप है कि मुस्लिम युवकों ने उन्हें अपने असली नाम छुपाकर प्रेम जाल में फंसाया, शादी का झांसा दिया और फिर धोखा दे दिया। उनका यह भी कहना है कि कानून ने आरोपियों को अब तक कोई सजा नहीं दी, जिससे उन्हें और अधिक ठेस पहुंची।
‘पुरुषों पर नहीं रहा भरोसा’
युवतियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि अब उन्हें पुरुषों से घृणा हो गई है और वे अब किसी पुरुष पर भरोसा नहीं कर सकतीं। वे चाहती हैं कि उनका जीवन अब एक-दूसरे के साथ ही बीते। उन्होंने कहा, “अगर हमारे परिवार वाले साथ देते हैं तो ठीक है, नहीं तो हम दोनों एक-दूसरे के सहारे ही पूरी जिंदगी गुजार लेंगे।”
एडवोकेट दिवाकर वर्मा ने दी जानकारी
इस मामले पर एडवोकेट दिवाकर वर्मा ने बताया, “दोनों युवतियां मेरे पास आईं और उन्होंने शादी की इच्छा जताई। उनका कहना था कि उन्हें पुरुष समाज से घृणा है क्योंकि उनके साथ बार-बार धोखा हुआ। उन्होंने मंदिर में विधिवत रूप से एक-दूसरे को वरमाला पहनाकर विवाह किया। यह घटना जहां समाज में लव जिहाद और रिश्तों में धोखे की बहस को एक बार फिर तेज कर सकती है, वहीं यह भी दिखाती है कि जब न्याय नहीं मिलता, तो लोग कैसे ऐसा कदम उठाने पर मजबूर हो जाते हैं।