Akhilesh Yadav Press Conference : समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दावा किया कि भाजपा और बसपा के अलग-अलग जिलों से कई कार्यकर्ता सपा में शामिल हो रहे हैं। बसपा के पूर्व विधायक शिव कुमार बेरिया सपा में आ गए हैं। लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की प्रत्याशियों की पहली सूची को लेकर भी उन्होंने तंज कसा। यादव ने दावा किया कि जनता समझ गई है भाजपा कैसी पार्टी है।
किसने सोचा था कि भाजपा के ऐसे दिन भी आएँगे कि :
– कुछ उम्मीदवार टिकट मिलने से पहले कुछ और काम को ज़्यादा ज़रूरी बताने का बहाना करके दावेदारी छोड़ देंगे
– कोई खेल को राजनीति से अधिक गंभीर मानकर बाहर जाने की बात करेगा
– कोई पर्यावरण के बहाने पतझड़ी भाजपा से बाहर निकलने के लिए…---विज्ञापन---— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 4, 2024
‘भाजपा मान चुकी है अपनी हार’
रविवार को अखिलेश यादव बिहार की राजधानी पटना में आयोजित विपक्षी महागठबंधन की जन विश्वास रैली में शामिल हुए थे। इसमें उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ मंच साझा किया था। भाजपा के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने पहले ही हार मान ली है। भाजपा के प्रत्याशियों की लिस्ट उसकी नाउम्मीदगी की घोषणा है। यह लिस्ट बता रही है कि भाजपा ने केवल उन सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं जहां उसके जीतने की थोड़ी सी भी संभावना है।
यादव ने कहा कि पेपर लीक होने की वजह से देश के युवा आत्महत्या कर रहे हैं। मौसम की वजह से किसानों का जो नुकसान हुआ है क्या सरकार उसकी भरपाई करेगी? न वह किसानों की आय दोगुनी कर पाई है और न युवाओं को नौकरी दे पाई है। अखिलेश यादव ने दावा किया कि भाजपा इतनी कमजोर पार्टी कभी नहीं थी। भाजपा के लोगों को समाजवादियों से यह सबक लेना चाहिए कि ‘सच्चा विकास’ खोखले शब्दों से नहीं बल्कि सही सोच से होता है। युवाओं को अगर रोजगार पाना है तो भाजपा को हटाना होगा।
माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी की प्रेस वार्ता – 04/03/2024 https://t.co/1ZV5EuYL51
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) March 4, 2024
हर्षवर्धन के संन्यास पर कसा तंज
बता दें कि भाजपा ने भोजपुरी एक्टर पवन सिंह को टिकट दिया था और पूर्व केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन का टिकट काट दिया था। बाद में हर्षवर्धन ने राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया और पवन सिंह ने चुनाव न लड़ने की बात कह दी। इसे लेकर अखिलेश ने कहा कि किसने सोचा था कि भाजपा के ऐसे दिन भी आएंगे कि कोई टिकट मिलने पर भी उसे ठुकरा देगा और कोई टिकट कटने पर संन्यास का ऐलान कर देगा। अब केवल देश की जनता ही नहीं बल्कि खुद भाजपा के लोग भी यह कह रहे हैं कि उन्हें यह पार्टी नहीं चाहिए।
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